1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 28 Dec 2025 03:15:47 PM IST
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Bihar News: बिहार के डिप्टी सीएम सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री विजय कुमार सिन्हा के अभियान से गैरजिम्मेदार राजस्व अधिकारी परेशान हैं. परेशानी का आलम यह कि राजस्व सेवा संघ ने मंत्री के खिलाफ मुख्यमंत्री को पत्र लिख दिया. इसके बाद आमलोग राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री के पक्ष में खड़े हो गए हैं. भाजपा भी अपने डिप्टी सीएम के पक्ष में मजबूती से खड़ी है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता पीयूष शर्मा ने कहा है कि जनता का विश्वास ही शासन की सबसे बड़ी पूंजी है, और जवाबदेही ही उसकी आत्मा। लोकतंत्र में सत्ता का वास्तविक स्रोत जनता होती है। जनप्रतिनिधि और अधिकारी केवल जनता के विश्वास से मिले दायित्व के वाहक होते हैं, स्वामी नहीं। सरकार वेतन, पद, प्रतिष्ठा और सुविधाएँ इसलिए देती है ताकि जनसेवक निडर होकर, निष्पक्षता और संवेदनशीलता के साथ जनता के कार्यों का समयबद्ध निष्पादन करें। जनता की गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग करना केवल अनैतिक ही नहीं, बल्कि जनता के विश्वास के साथ विश्वासघात है।
उन्होंने कहा कि बिहार में भूमि विवाद केवल प्रशासनिक समस्या नहीं, बल्कि सामाजिक शांति से जुड़ा गंभीर विषय रहा है ।समय पर समाधान न होने से विवाद बढ़ते हैं और उनका परिणाम हिंसा, वैमनस्य और पारिवारिक विघटन के रूप में सामने आता है। जब दशकों तक मामलों को लटकाया जाता है, तो जनता का व्यवस्था से भरोसा टूटता है। ऐसे में समयबद्ध, पारदर्शी और निष्पक्ष कार्रवाई ही जनता के विश्वास को पुनः स्थापित कर सकती है।
भाजपा प्रवक्ता पीयूष शर्मा ने आगे कहा कि उपमुख्यमंत्री सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री द्वारा यह स्पष्ट कहना कि“लटकाओ–भटकाओ–फिर खींचो (नकदी) की नीति अब नहीं चलेगी,” केवल एक कथन नहीं, बल्कि जवाबदेही आधारित शासन की घोषणा है। यह संदेश है कि अब व्यवस्था जनता के लिए है, न कि जनता व्यवस्था के लिए। आज बिहार की जनमानस में इस प्रकार के कार्यों की सराहना हो रही है । जनता खुश है ।
एनडीए सरकार को बिहार की जनता ने मजबूत जनादेश देकर स्पष्ट कर दिया है कि उसे सुशासन, पारदर्शिता और संवेदनशील प्रशासन चाहिए। जनता की समस्याओं को सुनना, समझना और मौके पर समाधान देना—यही सच्ची जवाबदेही है। जिले–जिले जाकर भूमि सुधार जनकल्याण संवाद शिविर के माध्यम से ऑन–स्पॉट निपटारा जनता के प्रति उसी विश्वास को मजबूत करता है। जब शासन विश्वास और जवाबदेही के साथ चलता है, तब न केवल समस्याएँ सुलझती हैं, बल्कि लोकतंत्र भी मजबूत होता है। यही जनता की अपेक्षा है और यही हमारी प्रतिबद्धता।