Bihar Crime News: यूपी की लड़की के साथ बिहार में गैंगरेप, स्टेशन के पास तीन मनचलों ने जबरन किया गंदा काम Bihar News: इस मामले में पूरे देश में अव्वल बना बिहार, राजधानी दिल्ली को भी पीछे छोड़ आगे निकला Bihar News: इस मामले में पूरे देश में अव्वल बना बिहार, राजधानी दिल्ली को भी पीछे छोड़ आगे निकला Bihar Education News: शिक्षा विभाग के ACS एस.सिद्धार्थ ने सभी DEO को लिखा पत्र, दिया यह बड़ा टास्क, जानें.... Digital Attack On Pakistan: पाकिस्तान के खिलाफ भारत का डिजिटल वॉर! 16 बड़े YouTube चैनल को किया बैन; BBC पर भी पैनी नजर Digital Attack On Pakistan: पाकिस्तान के खिलाफ भारत का डिजिटल वॉर! 16 बड़े YouTube चैनल को किया बैन; BBC पर भी पैनी नजर Bihar Mausam Update: अभी-अभी...बिहार के इन 15 जिलों में वज्रपात, आंधी एवं वर्षा का रेड अलर्ट, कौन-कौन जिले हैं शामिल, जानें Bihar Crime News: तीन बच्चों की मां से दिल्लगी पड़ी भारी, महिला के परिजनों ने बेरहमी से ले ली युवक की जान Sarkari Naukri In Bihar: बिहार में सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर, इस विभाग में इतने पदों पर निकली बहाली BIHAR CRIME : दोस्त बना कातिल ! घर से बुलाकर सीने में दागी गोलियां, मौत के बाद परिजनों में मातम का माहौल
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 22 Jan 2025 09:59:34 AM IST
ED Raid In Bihar: - फ़ोटो SOCIAL MEDIA
ED Raid In Bihar : केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बिहार के रेलवे क्लेम घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना, नालंदा और कर्नाटक के मैंगलूरु में पांच ठिकानों पर छापेमारी की है। इस घोटाले में रेलवे कर्मचारियों के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए करीब 100 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप है। इसके बाद अब यह एक्शन देखने को मिल रहा है।
दरअसल, ईडी इस मामले में कई जुडिशियल अधिकारियों, वकीलों और सरकारी कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच कर रही है। खासकर, रेलवे न्यायिक अधिकारी रहे आर.के. मित्तल और वकील बी.एन. सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। जानकारी हो कि आर.के. मित्तल को कुछ साल पहले भ्रष्टाचार के आरोप में सेवा से बर्खास्त किया गया था। उसके बाद अब इस मामले में जांच एजेंसी का एक्शन नजर आया है।अब देखना यह है कि एजेंसी को इस छापेमारी में क्या कुछ मिलाता है।
यह मामला सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति उदय यू. ललित की पीठ के निर्देश पर सीबीआई द्वारा दर्ज किया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में उचित कार्रवाई करने के लिए जांच एजेंसियों को निर्देशित किया था। माना जा रहा है कि इस घोटाले में रेलवे कर्मचारियों के नाम पर फर्जी दावे दाखिल किए गए थे और फिर उन दावों के आधार पर बड़ी रकम हड़पी गई थी। इस पूरे रैकेट में कई लोगों की मिलीभगत थी।
इधर, ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रही है। एजेंसी ने छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद किए हैं। इन दस्तावेजों के आधार पर ईडी इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी।