1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 26 Dec 2025 07:51:31 AM IST
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Railway Gift 2026 : नए साल में रेलवे पूर्णिया को एक और बड़ी सौगात देने की तैयारी में है। वर्ष 2026 में पूर्णिया कोर्ट रेलवे स्टेशन का स्वरूप पूरी तरह बदलने वाला है। स्टेशन के तीनों प्लेटफॉर्म को हाई लेवल प्लेटफॉर्म में तब्दील किया जाएगा, जिससे यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी। इसकी प्रारंभिक प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही नए साल में स्टेशन पर कोचिंग कॉम्प्लेक्स और वाशिंग पिट के निर्माण की उम्मीद भी जगी है। लंबे समय से लंबित वाशिंग पिट की मांग के पूरा होने की संभावना से रेलवे कर्मचारियों और स्थानीय लोगों में उत्साह है।
पूर्णिया कोर्ट स्टेशन पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल का अंतिम स्टेशन है और यह एनएसजी-3 ग्रेड में शामिल है। यह स्टेशन न केवल पूर्णिया बल्कि आसपास के जिलों के यात्रियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र है। पिछले कुछ वर्षों में कोर्ट स्टेशन पर कई विकास कार्य किए गए हैं। प्लेटफॉर्म का विस्तार, यात्री सुविधाओं में सुधार और ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी से स्टेशन की उपयोगिता और भी बढ़ गई है। इसी कड़ी में अब हाई लेवल प्लेटफॉर्म निर्माण की योजना को आगे बढ़ाया जा रहा है।
उपलब्ध जानकारी के अनुसार, लगभग 6.22 करोड़ रुपये की लागत से स्टेशन के तीनों प्लेटफॉर्म को हाई लेवल बनाया जाएगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि एक वर्ष के भीतर इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। हाई लेवल प्लेटफॉर्म बनने से यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने और उतरने में परेशानी नहीं होगी। खासकर दिव्यांग यात्रियों, वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और बच्चों के लिए यह सुविधा बेहद लाभकारी साबित होगी। वर्तमान में लो प्लेटफॉर्म होने के कारण यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जिसे लेकर लंबे समय से मांग उठती रही है।
हाई लेवल प्लेटफॉर्म के निर्माण से न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत होगी। प्लेटफॉर्म और कोच के बीच का अंतर कम होने से हादसों की संभावना घटेगी। इसके अलावा स्टेशन का स्वरूप आधुनिक और आकर्षक नजर आएगा। रेलवे सलाहकार समिति की बैठकों और सदन में भी इस मांग को कई बार उठाया गया था, जिसके बाद अब यह योजना धरातल पर उतरती दिख रही है।
पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से कई महत्वपूर्ण ट्रेनें संचालित होती हैं। कोसी एक्सप्रेस, जनहित एक्सप्रेस, जनसेवा एक्सप्रेस, गरीब रथ स्पेशल सहित कई ट्रेनें यहीं से गुजरती हैं और कुछ यहीं से बनती भी हैं। स्टेशन से चार एक्सप्रेस और पांच पैसेंजर ट्रेनें नियमित रूप से चलती हैं। सुबह से लेकर रात दो बजे तक स्टेशन पर यात्रियों की आवाजाही बनी रहती है। रात दो बजे यहां से कोसी एक्सप्रेस खुलती है, जो सहरसा होते हुए पटना और आगे हटिया तक जाती है।
आंकड़ों के मुताबिक, पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से प्रतिदिन करीब 10 से 15 हजार यात्री सफर करते हैं। यहां आरक्षित टिकट काउंटर की सुविधा भी उपलब्ध है, जहां से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और पंजाब जैसे बड़े शहरों के लिए टिकटों की बुकिंग होती है। यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण रेलवे को प्रतिदिन लगभग 40 हजार रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त होता है, जो महीने में करीब 12 लाख रुपये तक पहुंच जाता है।
हाई लेवल प्लेटफॉर्म, संभावित वाशिंग पिट और कोचिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण से पूर्णिया कोर्ट स्टेशन पूर्वी बिहार के एक आधुनिक रेलवे केंद्र के रूप में उभर सकता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इन विकास कार्यों से न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति मिलेगी। कुल मिलाकर, 2026 में पूर्णिया कोर्ट स्टेशन रेलवे विकास की नई मिसाल पेश करने के लिए तैयार नजर आ रहा है।