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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 13 Jan 2025 08:05:03 PM IST
खान सर ने किया ऐलान - फ़ोटो GOOGLE
PATNA: छात्र-छात्राओं को सरकारी नौकरी की परीक्षा की तैयारी कराने वाले फैजल खान उर्फ खान सर बिहार लोक सेवा आयोग यानि BPSC पर हत्थे से उखड़ गये हैं. खान सर ने आज फर्स्ट बिहार से खास बातचीत में कहा- BPSC ने मुझे लीगल नोटिस भेजकर माफी मांगने को कहा है. हम बीपीएससी से माफी नहीं मांगेंगे, भले ही मुझ पर क्रिमिनल केस हो जाये और दो साल की सजा हो जाए. मैं जेल जाने को भी तैयार हूं.
दरअसल खान सर बीपीएससी की लीगल नोटिस मिलने के बाद भड़के हैं. बीपीएससी ने उन्हें लीगल नोटिस भेज कर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहा है. बीपीएससी कह रही है कि खान सर ने अनर्गल आरोप लगाये हैं, जिसमें कोई तथ्य नहीं है. इसलिए वे माफी मांगे नहीं तो उनके खिलाफ आपराधिक केस किया जायेगा. खान सर के अलावा गुरू रहमान और प्रशांत किशोर जैसे लोगों को बिहार लोक सेवा आयोग ने लीगल नोटिस भेजा है. इसमें कहा गया है कि बीपीएससी की 70वीं परीक्षा को लेकर जो आरोप लगा रहे हैं उसका सबूत पेश करें या सार्वजनिक माफी मांगें.
मर जाना कबूल है
खान सर ने आज फर्स्ट बिहार से बात करते हुए कहा कि बीपीएससी ने लीगल नोटिस भेजा है तो इसका हम जवाब देंगे. लेकिन इस लीगल नोटिस में कहा गया है कि अनकंडीशनल और अनक्वालीफाइड पब्लिक अपोलॉजी टू बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन. खान सर ने कहा है-मुझे मर जाना कबूल है लेकिन माफी नहीं मांगूंगा. मैंने बच्चों के लिए लड़ाई लड़ी है. मेरी कोई अपनी लड़ाई नहीं है. अगर बच्चे कह देंगे कि माफी मांग लीजिये तो हम माफी मांग लेंगे. लेकिन हमें पता है कि बच्चे कभी भी आत्मसम्मान से समझौता नहीं करेंगे. इसलिए हम माफी नहीं मांगेंगे. बल्कि बिहार लोक सेवा आयोग को मुझसे और बच्चों से माफी मांगना चाहिए.
जेल जाने को तैयार हूं
खान सर ने कहा कि लीगल नोटिस में कहा गया है कि अगर माफी नहीं मांगेंगे तो इस नोटिस के अनुसार क्रिमिनल केस करेंगे. बीपीएससी हम पर क्रिमिनल केस कर दे. मुझे दो साल सजा करा दे. हम दो साल जेल में काट लेंगे. 2025, 2026 के बाद 2027 में जेल से बाहर निकलकर आएंगे. लेकिन हम बीपीएससी से माफी नहीं मांगेंगे.
बीपीएससी को मेरे सभी पतों की जानकारी नहीं
खान सर ने कहा कि बीपीएससी ने मेरे पांच कोचिंग सेंटर के पते पर लीगल नोटिस भेजा है. इसमें पटना और दिल्ली के दो-दो सेंटर के अलावा प्रयागराज का भी कोचिंग सेंटर शामिल है. खान सर ने कहा कि बीपीएससी को शायद पता नहीं है कि देहरादून में भी कोचिंग खुला है इसलिए वहां लीगल नोटिस नहीं भेजा. खान सर ने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग ने अपने लीगल नोटिस में मुझ पर बच्चों को भड़काने का आरोप लगाया है. ये पूरी तरह से गलत है. हकीकत ये है कि बीपीएससी ने अलग-अलग बयानबाजी करके बच्चों को खुद भड़काया है.
बीपीएससी ने की थी नार्मलाइजेशन की बात
खान सर ने कहा कि बीपीएससी ने शिक्षकों की मीटिंग बुलाई थी. उस मीटिंग में आयोग ये बताना चाह रही थी कि वह नॉर्मलाइजेशन करने जा रही है. और उनके हिसाब से ये एक साफ-सुथरा तरीका है. बीपीएससी की ओर से शुरुआत में 38 जिलों में अलग-अलग पेपर होने और उसके आधार पर नॉर्मलाइजेशन होने की चर्चा की गयी थी, लेकिन उसी मीटिंग में शिक्षकों ने कहा कि नार्मलाइजेशन से बहुत परेशानी होगी. तब बीपीएससी ने कहा कि 3-4 पेपर में ही ये व्यवस्था करेंगे. बीपीएससी से शिक्षकों ने कहा था कि पहले बच्चों से बात कर लीजिए. तब उन्होंने कहा था कि बच्चों से बात करेंगे. लेकिन आयोग ने कोई बात नहीं की और जबर्दस्ती नॉर्मलाइजेशन को थोपना चाह रहे थे.
ब्यूरो रिपोर्ट, फर्स्ट बिहार-झारखंड, पटना