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1st Bihar Published by: FIRST BIHAR EXCLUSIVE Updated Thu, 01 May 2025 06:31:44 PM IST
शिशिर से पार्टी ने किया किनारा - फ़ोटो google
PATNA: मर्डर, कमीशनखोरी, सरकारी दफ्तर में रंगदारी, गाली-गलौज और महिलाओं से बदसलूकी जैसे बेहद संगीन मामलों के आरोपी पटना के मेयरपुत्र और बीजेपी नेता शिशिर कुमार के कारनामों पर अब पार्टी नेताओं की नींद टूट रही है. महीनों से पटना में बड़ा कार्यक्रम करने का दम भर रहे शिशिर कुमार के जलसे में पार्टी के बड़े नेताओं ने जाने से इंकार कर दिया. लिहाजा आयोजन को रद्द करना पड़ा.
शिशिर कुमार से पार्टी का तौबा
दरअसल, कई बेहद गंभीर मामलों के आरोपी पटना के मेयरपुत्र शिशिर कुमार ने 28 अप्रैल को पटना के बापू सभागार में भामा शाह की जयंती मनाने का ऐलान किया था. पिछले कई महीने से वे बिहार के जिलों का दौरा कर लोगों को रैली में आने का न्योता दे रहे थे. शिशिर कुमार ये दावा कर रहे थे कि वे ऐसा कार्यक्रम करेंगे कि बीजेपी के नेता हैरान रह जायेंगे.
पार्टी ने किनारा किया
बीजेपी सूत्रों से बताया कि शिशिर कुमार ने अपने इस कार्यक्रम में बिहार बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं को आमंत्रित किया था. इन नेताओं के सामने वे अपनी ताकत दिखाना चाह रहे थे. लेकिन ऐन वक्त पर पार्टी नेताओं ने कार्यक्रम में जाने से इंकार कर दिया. शिशिर कुमार को भामा शाह जयंती से पहले ही ये जानकारी दे दी गयी कि बिहार बीजेपी का कोई बड़ा नेता उनके कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा.
रद्द करना पड़ा कार्यक्रम
पटना के मेयरपुत्र शिशिर कुमार इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट चाहते हैं. लिहाजा चुनाव से पहले वे भामा शाह जयंती कर पार्टी को अपनी ताकत दिखाना चाहते थे. लेकिन जब बड़े नेताओं ने कार्यक्रम में शामिल होने से ही इंकार कर दिया तो फिर कार्यक्रम का कोई मतलब नहीं रह गया था. लिहाजा कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया.
शिशिर कुमार ने अपने कार्यक्रम को रद्द करने का दिलचस्प बहाना भी दिया. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया कि कई संगठन भामा शाह की जयंती मनाने का ऐलान कर चुके थे. अब सभी संगठनों ने तय किया है कि एक साथ मिलकर जयंती समारोह मनायेंगे. लिहाजा वे अपना कार्यक्रम रद्द कर रहे हैं.
दागी नेता से बीजेपी की दूरी
पटना के मेयरपुत्र शिशिर कुमार पर लगे दाग अब बीजेपी को चुभने लगे हैं. दरअसल, शिशिर कुमार कई गंभीर मामलों के आरोपी हैं. उनके खिलाफ मर्डर का मामला दर्ज हो चुका है. वहीं, नगर निगम से लगातार मेयरपुत्र शिशिर कुमार के कई कारनामे सामने आये हैं.
पटना के नगर आय़ुक्त ने सरकार को बकायदा आधिकारिक पत्र लिख रहा है कि मेयरपुत्र शिशिर कुमार खुलकर कमीशनखोरी कर रहे हैं. नगर निगम में किसी वेंडर को बगैर पैसा लिया काम नहीं दिया जा रहा है. नगर आयुक्त ने सरकार से सिफारिश कर रखी है कि वह पटना नगर निगम से संबंधित टेंडर अपने स्तर से कराये.
डिप्टी सीएम की मौजूदगी में गाली-गलौज
हद तो ये हुई कि मेयरपुत्र शिशिर कुमार ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव और दो मंत्रियों की मौजूदगी में नगर निगम के एक सीनियर अधिकारी के साथ गाली-गलौज की. अधिकारी को मां-बहन की भद्दी भद्दी गालियां दी गयीं.
महिला के साथ दुर्व्यवहार
उसी कार्यक्रम में पटना नगर निगम में जनसंपर्क पदाधिकारी के तौर पर काम कर रही महिला से भी बदसलूकी की गयी. महिला पदाधिकारी को धमकियां भी दी गयी. शिशिर कुमार ने नगर निगम की जनसंपर्क पदाधिकारी पर आपत्तिजनकर निजी आरोप भी लगाये. इसके बाद महिला पदाधिकारी ने पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करायी और नगर निगम की सेवा से इस्तीफा दे दिया.
नगर निगम के कर्मचारियों के मुताबिक ऐसे कई और मामले हैं. पटना मेयर के आवासीय कार्यालय में एक डाटा एंट्री ऑपरेटर को शिशिर कुमार ने पीटा. इसकी शिकायत भी नगर निगम के अधिकारियों से की गयी. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
आका ने भी हाथ खींचा!
बीजेपी के सूत्र बताते हैं कि शिशिर कुमार को प्रदेश बीजेपी के कर्ता-धर्ता का संरक्षण हासिल है. शिशर कुमार बीजेपी के एक मंत्री के खिलाफ खुल कर बयानबाजी करते रहे हैं. बीजेपी के कर्ता-धर्ता का मंत्री जी से खुन्नस जगजाहिर है. लिहाजा पार्टी में लगातार ये चर्चा होती रही है कि शिशिर कुमार वहीं से गाइड हो रहे हैं. सरकार के पास उनके खिलाफ जितने मामले गये, उन सब के दब जाने के पीछे संरक्षण देने वाले की ही भूमिका थी. लेकिन शिशिर कुमार के कारनामों की आंच अब बड़े नेताजी पर भी पड़ने लगी है. लिहाजा वे भी अपना हाथ खींच रहे हैं.