1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 02 Aug 2025 08:56:30 PM IST
पप्पू यादव का बड़ा बयान - फ़ोटो SOCIAL MEDIA
PATNA: बिहार में एक महीने की मशक्कत के बाद चुनाव आयोग ने शुक्रवार को राज्य के 243 विधानसभा क्षेत्रों की प्रारूप (ड्राफ्ट) मतदाता सूची प्रकाशित किया। प्रारूप सूची में बिहार में 7 करोड़ 24 लाख मतदाताओं के नाम प्रकाशित किए गए हैं। चुनाव आयोग की ओर से बताया गया कि 65 लाख से ज़्यादा नाम हटा दिए गए हैं। अब राज्य में कुल 7.24 करोड़ वोटर ही बचे हैं।
आयोग का यह भी कहना है कि हटाए गए नामों में ज्यादातर लोग या तो अब जीवित नहीं हैं या फिर दूसरी जगह स्थायी रूप से चले गए हैं। चुनाव आयोग द्वारा जारी प्रारूप सूची को लेकर विपक्ष आपत्ति जता रहा है। तेजस्वी यादव का आरोप है कि उनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है। उन्होंने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब मेरा नाम ही वोटर लिस्ट में नहीं है तो हम अब चुनाव कैसे लड़ेंगे।
उनके बाद मुकेश सहनी यह कह रहे हैं कि एसआईआर में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी मुंबई में रहती है लेकिन उसका नाम बिहार के वोटर लिस्ट में डाल दिया गया है। अब ताजा बयान पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव का सामने आया है। पप्पू यादव ने कहा है कि बिहार में एक माह में चुनाव होने वाला है। चुनाव आयोग को अब पता चला है कि 22 लाख लोग मर गए हैं। 35 लाख लोग लापता है, 8 लाख का दो बार नाम है!
हद है बेईमानी की! पप्पू यादव ने आगे कहा कि 65 लाख ग़लत मतदाता अगर थे जिसके दम पर लोकसभा चुनाव जीते हैं। तो लोकसभा का पूरा चुनाव रद्द कीजिए। मोदी जी हमलोग फिर से चुनाव लड़ें! मेरी चुनौती स्वीकार कीजिए! पप्पू यादव के इस बयान के बाद एक बार फिर से सियासी हलचल तेज हो गयी है। चुनाव आयोग से जो मांग पप्पू यादव कर रहे हैं ठीक वही मांग वीआईपी के सुप्रीमो मुकेश सहनी भी कर रहे हैं. मुकेश सहनी ने तो यहां तक कह दिया है कि जो ड्राफ्ट जारी किया गया है उसमें गड़बड़झाला है। मेरी धर्मपत्नी मुंबई में रहती हैं लेकिन यहां नाम जोड़ दिया गया है। चुनाव आयोग भाजपा के लिए काम कर रहा है। लोकतंत्र खतरे में है। देश के प्रत्येक नागरिक को सोचना चाहिए।
बिहार में एक माह में चुनाव आयोग को
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) August 2, 2025
पता चला 22 लाख लोग मर गए हैं
35 लाख लोग लापता है, आठ लाख का
दो बार नाम है! हद है बेईमानी की!
65 लाख ग़लत मतदाता अगर थे जिसके
दम पर लोकसभा चुनाव जीते हैं
तो लोकसभा का पूरा चुनाव रद्द कीजिए
मोदी जी हमलोग फिर से चुनाव लड़ें!
चुनौती स्वीकार…