1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 22 Dec 2025 09:20:01 AM IST
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Nitish Kumar : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो दिवसीय दौरे पर रविवार को दिल्ली पहुंचे। यह उनका नई एनडीए सरकार के गठन के बाद पहला दिल्ली दौरा है। सोमवार को उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का कार्यक्रम है। दोनों नेताओं की बैठक मुख्य रूप से बिहार के विकास और राज्य की प्राथमिकताओं पर केंद्रित रहने की उम्मीद है। इसके अलावा, इस दौरान मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों और केन्द्र-राज्य सहयोग पर भी चर्चा होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री के दौरे की रूपरेखा के अनुसार, दिल्ली में नीतीश कुमार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और जदयू के अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। यह बैठकें राज्य और केंद्र के बीच सहयोग को और मजबूत करने के साथ-साथ आगामी योजनाओं और नीतियों पर विचार-विमर्श का अवसर भी होंगी। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री की केंद्रीय नेताओं से मुलाकात का उद्देश्य बिहार के महत्वपूर्ण मुद्दों को सीधे केंद्र तक पहुंचाना और विकास परियोजनाओं की गति को तेज करना है।
नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे की प्रमुख बात यह है कि यह उनके नई सरकार बनने के बाद पहली यात्रा है। पटना में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री की मुलाकात हुई थी। उस अवसर पर मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्रियों ने गांधी मैदान में पीएम की मौजूदगी में शपथ ग्रहण की थी। इस शपथ ग्रहण समारोह ने केंद्र और बिहार सरकार के बीच बेहतर तालमेल और सहयोग की उम्मीदें बढ़ाई थीं।
मुख्यमंत्री के दौरे का राजनीतिक महत्व भी कम नहीं है। बिहार में हाल ही में नई एनडीए सरकार का गठन हुआ है और राज्य में सरकार का पहला कार्यकाल शुरू हो चुका है। ऐसे में दिल्ली दौरा न केवल विकास परियोजनाओं पर केंद्र के समर्थन को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि राज्य और केंद्र के बीच सामंजस्य और राजनीतिक समीकरणों को समझने का भी अवसर है।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में चल रहे प्रमुख विकास कार्यों की प्रगति, नए प्रस्तावित योजनाओं और राज्य की आर्थिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा करेंगे। इनमें प्रमुख रूप से सड़क निर्माण, रेलवे परियोजनाएं, औद्योगिक विकास, और सामाजिक कल्याण योजनाओं को शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा, स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में नई पहलों को भी प्रधानमंत्री के समक्ष रखा जाएगा।
दिल्ली में मुख्यमंत्री की केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी नेताओं से होने वाली बैठकें भी राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। यह बैठकें जदयू के संगठन और केंद्रीय नेतृत्व के बीच संवाद को बढ़ावा देंगी। पार्टी नेताओं से विचार-विमर्श में आगामी चुनावों, पार्टी के विस्तार और संगठनिक गतिविधियों पर भी चर्चा की संभावना है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार की शाम दिल्ली से पटना लौटेंगे। इस दौरे के दौरान होने वाली बैठकें और चर्चा राज्य के लिए नई दिशा और विकास की रणनीतियों को प्रभावित कर सकती हैं। विशेषकर प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों से सीधे संवाद के माध्यम से बिहार के लिए नए वित्तीय संसाधनों और परियोजनाओं की स्वीकृति की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
मुख्यमंत्री का यह दौरा केवल औपचारिक नहीं है, बल्कि यह एक रणनीतिक कदम भी है। नए सत्र की शुरुआत में यह दौरा बिहार और केंद्र के बीच विकास सहयोग और राजनीतिक संवाद को मजबूती देने में मदद करेगा। साथ ही, राज्य की नई सरकार की प्राथमिकताओं को केंद्र के सामने स्पष्ट करने का यह एक अवसर है।
इस दौरे की प्रतीक्षा बिहार के आम नागरिक और राजनीतिक पर्यवेक्षक दोनों कर रहे हैं। राज्य में नई सरकार के पहले कार्यकाल में विकास की दिशा तय करने और प्रमुख परियोजनाओं की शुरुआत करने के लिए यह बैठकें महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दिल्ली दौरा बिहार के विकास, केंद्र-राज्य सहयोग और राजनीतिक समीकरणों की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रियों से होने वाली बैठकें राज्य के हित में नई परियोजनाओं और योजनाओं के मार्ग को स्पष्ट कर सकती हैं। साथ ही, जदयू के वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श पार्टी और राज्य की राजनीति को भी दिशा देगा।