Ethanol Plant : निर्माणाधीन एथनॉल प्लांट में मजदूर की संदिग्ध मौत, इलाके में मचा हड़कंप

मुजफ्फरपुर के राजेपुर थाना क्षेत्र में पानापुर स्थित निर्माणाधीन एथनॉल प्लांट में सोमवार की सुबह 35 वर्षीय मजदूर राजकुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से इलाके में हड़कंप मच गया। मृतक मोतिहारी जिले के बाभगोली गांव के निवासी थे।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 24 Dec 2025 10:42:46 AM IST

Ethanol Plant : निर्माणाधीन एथनॉल प्लांट में मजदूर की संदिग्ध मौत, इलाके में मचा हड़कंप

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Ethanol Plant : मुजफ्फरपुर जिले के राजेपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पानापुर स्थित एक निर्माणाधीन एथनॉल प्लांट में बुधवार की सुबह सनसनी फैल गई, जब वहां कार्यरत एक मजदूर का शव उसके कमरे से बरामद हुआ। मृतक की पहचान मोतिहारी जिले के गोविंदगंज थाना क्षेत्र के बाभगोली गांव निवासी 35 वर्षीय राजकुमार के रूप में हुई है। घटनास्थल पर मौजूद मजदूरों और स्थानीय लोगों के मुताबिक, राजकुमार प्रतिदिन की तरह अपना काम पूरा करने के बाद रात को पास में स्थित अपने कमरे में सोने गया था।


सुबह जब काम पर जाने का समय हुआ और राजकुमार काफी देर तक नहीं उठा, तो उसके साथ काम करने वाले अन्य मजदूर उसे उठाने गए। मजदूरों ने काफी आवाज दी, लेकिन कोई हलचल न होने पर उन्होंने करीब से देखा। इसी दौरान उन्हें पता चला कि राजकुमार की मौत हो चुकी थी। इस घटना की जानकारी जैसे ही प्लांट प्रबंधन और स्थानीय पुलिस को मिली, तुरंत हड़कंप मच गया।


प्लांट परिसर में बड़ी संख्या में मजदूर और स्थानीय लोग जमा हो गए। किसी को भी नहीं समझ में आ रहा था कि अचानक हुई यह घटना कैसे हुई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेने की कोशिश की। डायल 112 की क्विक रिस्पांस टीम (QRT) भी तुरंत मौके पर पहुंची और मृतक के शव को सुरक्षित तरीके से कब्जे में लिया।


पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है ताकि मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मृतक की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है कि क्या यह प्राकृतिक कारणों से हुई मौत है या इसके पीछे कोई अन्य संदिग्ध गतिविधि है।


राजकुमार के साथ काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि वह स्वास्थ्य और कार्य क्षमता में सामान्य था और कोई शिकायत नहीं कर रहा था। उन्होंने बताया कि रात को वह सामान्य रूप से सोने गया था और सुबह तक किसी ने उसकी सेहत को लेकर कोई गंभीर समस्या नहीं देखी थी। इस मामले ने निर्माणाधीन प्लांट में मजदूर सुरक्षा और स्वास्थ्य मानकों को लेकर नई बहस छेड़ दी है।


प्लांट प्रशासन ने भी कहा है कि मजदूर की मृत्यु की जांच में सहयोग किया जा रहा है और सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था। वहीं, स्थानीय लोगों और मजदूरों का कहना है कि प्लांट में सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समीक्षा आवश्यक है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।


मौत की खबर जैसे ही राजकुमार के गांव बाभगोली पहुंची, वहां मातम छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनके घर में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों ने पुलिस से निष्पक्ष और त्वरित जांच की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि राजकुमार एक मेहनती और ईमानदार व्यक्ति था और उसकी अचानक मौत से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।


इस मामले ने स्थानीय प्रशासन के लिए भी चुनौती पेश कर दी है। अधिकारियों ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृतक की मौत के कारणों का स्पष्ट पता चल पाएगा। साथ ही, निर्माणाधीन प्लांट में काम कर रहे अन्य मजदूरों की सुरक्षा और स्वास्थ्य की जांच भी की जाएगी।


वहीं, मजदूर संगठनों ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि निर्माणाधीन परियोजनाओं में मजदूरों के स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों की नियमित निगरानी होनी चाहिए। उनका कहना है कि अगर समय पर सावधानी नहीं बरती गई, तो ऐसी घटनाएं बार-बार हो सकती हैं।


राजकुमार की मौत ने न केवल उसके परिवार को शोक में डुबो दिया है, बल्कि पूरे क्षेत्र में सुरक्षा और मजदूर कल्याण के महत्व को भी उजागर कर दिया है। पुलिस और प्रशासन अब मामले की विस्तृत जांच में जुट गए हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि क्या यह मौत प्राकृतिक कारणों से हुई या इसके पीछे कोई संदिग्ध परिस्थितियाँ थीं।


अभी हालात को देखते हुए प्लांट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी बढ़ा दी गई है। स्थानीय प्रशासन ने मजदूरों और परिजनों को आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर मृतक को न्याय दिलाया जाएगा।इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है और यह सवाल उठाया है कि निर्माणाधीन परियोजनाओं में मजदूरों की सुरक्षा और स्वास्थ्य की जिम्मेदारी कितनी गंभीरता से ली जा रही है।