1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 27 Sep 2025 08:37:30 AM IST
BIHAR JOB - फ़ोटो FILE PHOTO
BIHAR JOB : बिहार में विधानसभा चुनावी साल में सरकार हर तबके को साधने की कोशिश में जुटी है। इसी कड़ी में युवाओं के लिए रोजगार का बड़ा अवसर सामने आया है। केंद्रीय सिपाही चयन पर्षद (CSBC) ने राज्य के तीन महत्वपूर्ण विभागों—मद्य निषेध विभाग, कारा एवं सुधार सेवाएं विभाग और परिवहन विभाग—में कुल 4,128 पदों पर भर्ती प्रक्रिया की घोषणा की है। इस भर्ती को लेकर युवाओं में खास उत्साह देखा जा रहा है, क्योंकि यह अवसर उन्हें सरकारी नौकरी का भरोसा दिलाता है।
जारी अधिसूचना के अनुसार, मद्य निषेध विभाग में सिपाही के 1,063 पद, कारा एवं सुधार सेवाएं विभाग में कक्षपाल (वार्डर) के 2,417 पद और परिवहन विभाग में चलंत दस्ता सिपाही के 108 पद भरे जाएंगे। सभी पद एक ही संयुक्त भर्ती प्रक्रिया के तहत भरे जाएंगे। यह पहल न केवल राज्य में रोजगार के नए रास्ते खोलेगी, बल्कि शराबबंदी कानून, जेल प्रशासन और परिवहन व्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी।
पर्षद के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी। इच्छुक उम्मीदवार CSBC की आधिकारिक वेबसाइट https://csbc.bihar.gov.inपर जाकर विस्तृत अधिसूचना पढ़ सकते हैं और आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष होगी। किसी भी प्रकार की सिफारिश या आर्थिक लेन-देन का इसमें कोई स्थान नहीं होगा।
अध्यक्ष ने अभ्यर्थियों को आगाह किया कि कुछ लोग शॉर्टकट के जरिए नौकरी दिलाने का दावा कर सकते हैं और ठगी का प्रयास कर सकते हैं। ऐसे जालसाजों से सतर्क रहने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि उम्मीदवार केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें। पर्षद किसी भी सूचना का प्रसार केवल अपनी वेबसाइट के माध्यम से करेगा।
CSBC ने यह भी दोहराया कि चयन प्रक्रिया में केवल अभ्यर्थियों की मेधा और प्रदर्शन को ही प्राथमिकता दी जाएगी। पारदर्शिता बनाए रखने के लिए पूरी प्रक्रिया पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। साथ ही, उम्मीदवारों से अपील की गई है कि वे आवेदन करने से पहले अधिसूचना को ध्यानपूर्वक पढ़ें और अफवाहों या भ्रामक सूचनाओं पर ध्यान न दें।
यह भर्ती न केवल हजारों युवाओं को सरकारी नौकरी का अवसर देगी, बल्कि इससे राज्य की कानून-व्यवस्था, जेल प्रबंधन और परिवहन व्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। सरकार का यह कदम चुनावी वर्ष में युवाओं के भरोसे को जीतने और उन्हें बेहतर भविष्य की ओर प्रेरित करने वाला साबित हो सकता है।