Viral Video: तेजस्वी के विधायक ने महिला पर क्यों उठा दिया हाथ? सोशल मीडिया पर वायरल हो गया वीडियो Bihar Crime News: बिस्किट लेने गया लाडला लौटा ही नहीं, ASI ने खोया अपना 5 वर्षीय बेटा, परिवार में मचा कोहराम Bihar News: बिहार के इस जिले में ब्लास्ट से मचा हड़कंप, FSL की टीम के साथ पुलिस तैनात, बाहरी व्यक्ति के आने पर प्रतिबंध Bihar Crime News: बिहार में स्कॉर्पियो से पकड़ी गई 90 लाख की चांदी, कहां खपाना था 87 किलो सिल्वर? Bihar Crime News: बेखौफ अपराधियों ने बुजुर्ग को मारी गोली, मामला जानने के बाद पुलिस का भी चकराया दिमाग Bihar News: भतीजे से हुआ प्रेम तो पति और बच्चों को छोड़ा, कलयुगी पत्नी को अब ऐसे भुगतना पड़ रहा अपने कुकृत्य का अंजाम Bihar News: बिहार की महिला का इतने लाख में सौदा, 5 तस्करों की गिरफ्तारी के बाद खुले हैरान करने वाले राज Bihar News: सतुआन का उत्सव आज, कल से गूंजेगी शहनाई.. बढ़ जाएगी इन चीजों की मांग, जानें सभी जरूरी बातें अगले 2 साल में इतने लाख करोड़ की सड़कें बनाएगी केंद्र सरकार, गडकरी का दावा “अमेरिका की तरह होंगी इन राज्यों की सड़कें” Bihar School News: ACS एस. सिद्धार्थ का नया आदेश , सरकारी स्कूलों में क्लास 2 से 8 तक के छात्रों की होगी विशेष परीक्षा, जानिए कब और कहां होगा एग्जाम
13-Apr-2025 10:29 AM
JP Ganga Path: बिहार की राजधानी पटना में ₹3831 करोड़ की लागत से बना जेपी गंगा पथ एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार गलत वजहों से। 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़े तामझाम के साथ इस पथ के कंगन घाट से दीदारगंज तक के हिस्से का उद्घाटन किया था। लेकिन महज दो दिन बाद ही दीदारगंज के पास पिलर नंबर A-3 के पास दोनों लेन में दरारें दिखाई दीं।
जेपी गंगा पथ, जिसे पटना का ‘मरीन ड्राइव’ भी कहा जाता है, 20.5 किलोमीटर लंबा यह पथ दीघा से दीदारगंज तक गंगा के किनारे बनाया गया है। इसका उद्देश्य शहर की ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करना और आपातकालीन सेवाओं को बेहतर बनाना था। लेकिन उद्घाटन के बाद जब वाहनों का आवागमन शुरू हुआ, तो दीदारगंज के पास पिलर A-3 के आसपास सड़क की सतह पर दरारें दिखाई दीं। हैरानी की बात यह है कि यह दरारें सिर्फ एक हिस्से तक सीमित नहीं, बल्कि पथ की दोनों लेन में फैल गई हैं। स्थानीय लोगों ने इसे देखकर तुरंत प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद निर्माण एजेंसी और पथ निर्माण विभाग में हड़कंप मच गया है।
10 अप्रैल को उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव और दीघा विधायक संजीव चौरसिया मौजूद थे। तेज आंधी और बारिश के बावजूद समारोह को टाला नहीं गया। मंच से रिमोट का बटन दबाकर सीएम ने इस पथ को जनता को समर्पित किया। लेकिन अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या 2025 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह जल्दबाजी में किया गया था?
यह पहला मौका नहीं है जब बिहार में कोई नया ढांचा उद्घाटन के बाद विवादों में आया हो। हाल ही में अररिया जिले में एक नवनिर्मित पुल में भी दरारें मिली थीं। इसके अलावा, सुपौल, भागलपुर और अन्य जिलों में पुल ढहने की घटनाएँ भी सामने आ चुकी हैं। जेपी गंगा पथ जैसे ₹3831 करोड़ के मेगा प्रोजेक्ट में इतनी जल्दी दरारें मिलना गंभीर चिंता का विषय है। विशेषज्ञों का कहना है कि कंक्रीट की क्वालिटी, डिजाइन में खामी या जल्दबाजी में काम पूरा करना ऐसी समस्याओं की बड़ी वजह हो सकता है।
पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों ने दरार की खबर की पुष्टि की है, लेकिन इसे ‘मामूली’ बताकर बचाव की कोशिश की जा रही है। एक अधिकारी ने कहा, “यह सतह की छोटी दरारें हैं, जो भारी वाहनों के दबाव से हो सकती हैं। ढांचे की सुरक्षा पर कोई असर नहीं है।” विभाग ने बिहार राज्य सड़क निर्माण निगम लिमिटेड को तुरंत जाँच के आदेश दिए हैं, और मरम्मत का काम शुरू करने की बात कही है।