Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 15वां जत्था, अब तक 2700 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन BPSC PT Exam: 71वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा को लेकर कटिहार जिला प्रशासन ने कसी कमर, तैयारियों की हुई समीक्षा BPSC PT Exam: 71वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा को लेकर कटिहार जिला प्रशासन ने कसी कमर, तैयारियों की हुई समीक्षा Bihar Crime News: बिहार में पैक्स अध्यक्ष की संदिग्ध हालात में मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका; शक के घेरे में छोटा भाई Bihar Crime News: बिहार में पैक्स अध्यक्ष की संदिग्ध हालात में मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका; शक के घेरे में छोटा भाई Bihar News: बिहार में गड़बड़ी करने वाले PDS दुकानदारों के खिलाफ होगा एक्शन, सरकार ने जारी किया आदेश Bihar News: बिहार में गड़बड़ी करने वाले PDS दुकानदारों के खिलाफ होगा एक्शन, सरकार ने जारी किया आदेश Bihar News: बिहार में बनेंगे चार और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, नीतीश सरकार की मांग को केंद्र ने माना; केंद्रीय मंत्री ने किया एलान
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 27 Mar 2025 09:17:44 AM IST
बिहार में मेट्रो ट्रेन - फ़ोटो Meta
Metro Train in Bihar: बिहार के चार प्रमुख शहरों, गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और भागलपुर में मेट्रो ट्रेन चलाने की सहमति मिल गई है। यह मुद्दा बिहार विधान परिषद में कांग्रेस एमएलसी मदन मोहन झा ने उठाया था, जिसके जवाब में नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा ने बताया कि राइट्स कंपनी ने अपनी सर्वे रिपोर्ट सौंप दी है। गया में सबसे लंबा 36 किमी का मेट्रो रूट प्रस्तावित है, जबकि दरभंगा में सबसे छोटा 18.8 किमी का रूट होगा। चारों शहरों में दो-दो कॉरिडोर बनाए जाएंगे। आइए जानते हैं इन मेट्रो रूट्स और स्टेशनों की पूरी जानकारी।
गया: सबसे लंबा मेट्रो नेटवर्क, 36 किमी और 28 स्टेशन
गया में मेट्रो का सबसे बड़ा नेटवर्क प्रस्तावित है, जो 36 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें कुल 28 स्टेशन होंगे।
उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (22.60 किमी): यह कॉरिडोर गया एयरपोर्ट, बोधगया और गया रेलवे स्टेशन को जोड़ेगा। इसमें 18 स्टेशन होंगे।
पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर (13.48 किमी): यह बिपार्ड, विष्णुपद मंदिर और मानपुर बस अड्डे को जोड़ेगा, जिसमें 10 स्टेशन प्रस्तावित हैं।
गया मेट्रो का निर्माण दो चरणों में होगा और इसे 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य है। यह नेटवर्क स्थानीय लोगों और बोधगया आने वाले पर्यटकों के लिए आवागमन को आसान बनाएगा।
भागलपुर: सिल्क सिटी में 24 किमी का नेटवर्क, 24 स्टेशन
भागलपुर में मेट्रो को दो चरणों में विकसित करने की योजना है, जिसमें कुल 24 किमी का नेटवर्क और 24 स्टेशन होंगे।
चरण 1:
कॉरिडोर 1 (12 किमी): सैदपुर से चंपानगर तक, 12 स्टेशन।
कॉरिडोर 2 (7 किमी): भागलपुर स्टेशन से वास्तु विहार तक, 6 स्टेशन।
चरण 2 (5 किमी): भागलपुर स्टेशन से चंपानगर तक, 4 स्टेशन।
यह मेट्रो नेटवर्क भागलपुर में ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करने में मदद करेगा, जो स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पहले से एक चुनौती बनी हुई है।
मुजफ्फरपुर: 21.25 किमी का रूट, 20 स्टेशन
मुजफ्फरपुर में मेट्रो के दो कॉरिडोर होंगे, जिनकी कुल लंबाई 21.25 किमी होगी और 20 स्टेशन बनाए जाएंगे।
कॉरिडोर 1 (13.85 किमी): हरपुर बखरी से रामदयालु तक, 13 स्टेशन।
कॉरिडोर 2 (7.40 किमी): श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (SKMCH) से मुजफ्फरपुर जंक्शन तक, 7 स्टेशन।
मुजफ्फरपुर में मेट्रो से जीरोमाइल से स्टेशन तक की यात्रा आसान होगी, जिससे स्थानीय लोगों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।
दरभंगा: सबसे छोटा रूट, 18.8 किमी और 18 स्टेशन
दरभंगा में मेट्रो नेटवर्क सबसे छोटा होगा, जो 18.8 किमी लंबा होगा और इसमें 18 स्टेशन होंगे।
कॉरिडोर 1 (8.90 किमी): दरभंगा एयरपोर्ट से दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (DMCH) तक, 8 स्टेशन।
कॉरिडोर 2 (9.90 किमी): पॉलिटेक्निक से बिजुली तक, 10 स्टेशन।
दरभंगा में मेट्रो से मिथिलांचल क्षेत्र के लोगों को फायदा होगा, खासकर उन हजारों यात्रियों को जो दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी और शिवहर से जीरोमाइल चौक तक यात्रा करते हैं।
परियोजना की स्थिति और भविष्य
इन चारों शहरों में मेट्रो परियोजनाओं का सर्वे पूरा हो चुका है, और राइट्स कंपनी ने अपनी फिजिबिलिटी रिपोर्ट सौंप दी है। बिहार सरकार ने जून 2024 में इन परियोजनाओं को मंजूरी दी थी, और अब डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है। इन मेट्रो परियोजनाओं को 2029 तक शुरू करने का लक्ष्य है। बताते चलें कि इस परियोजना की लागत का 20% केंद्र और राज्य सरकार वहन करेंगे, जबकि 60% हिस्सा एशियन डेवलपमेंट बैंक और वर्ल्ड बैंक जैसे वित्तीय संस्थानों से ऋण के रूप में लिया जाएगा।