BIHAR: नौकरी और सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी, खगड़िया में साइबर ठग गिरफ्तार छपरा में एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन, सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और विपक्ष पर किया जोरदार हमला BIHAR NEWS : मां के सोते ही BA की छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, अब पुलिस कर रही जांच BIHAR CRIME : नशे में धुत बेटे ने पिता पर किया हमला, चाकू छीनकर पिता ने कर दी बेटे की हत्या BIHAR STET EXAM : जानिए बिहार STET एग्जाम का पैटर्न, 5 घंटे में पूछे जाएंगे 300 सवाल; गलत जवाब पर भी नहीं कटेंगे जवाब Asia Cup 2025: सूर्या की कप्तानी में आज दिखेगा भारत का दम-खम, इस एप पर देखें इंडिया और UAE का लाइव मुकाबला Bihar Government Scheme: सावधान ! महिला रोजगार योजना के नाम पर हो रहा बड़ा खेल, आपको भी आ रहा ऐसा लिंक तो ठहर जाए Bihar Train News: बिहार के स्टेशनों को मिली बड़ी राहत, रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के ठहराव को दी मंजूरी टी सी एच एदुसर्व 16 सितम्बर से नया बैच शुरू, 100% फीस माफी की सुविधा Bihar News: फ्री फायर गेम खेल रहा किशोर को अपराधियों ने मारी गोली, पुलिस कर रही छापेमारी
1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Sat, 19 Apr 2025 02:32:33 PM IST
- फ़ोटो SELF
Bihar Education News: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस.सिद्धार्थ ने शिक्षा की बात-हर शनिवार में कई महत्वपूर्ण जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 1 मई से सूबे के तीन विद्यालयों में शिक्षकों के साथ-साथ बच्चों की भी ऑनलाइन हाजिरी बनेगी. ट्रायल सफल होने के बाद सभी विद्यालयों में इसे लागू किया जायेगा. दरभंगा के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा चार की बच्ची ने बच्चों के ऑनलाइन हाजिरी को लेकर सवाल पूछा. इस पर शिक्षा विभाग के एसीएस यह जवाब दिया.
1 मई से 30 विद्यालय के बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस.सिद्धार्थ ने कहा कि हम लोग ऑनलाइन अटेंडेंस लेंगे. हम लोगों ने 30 स्कूल में 30 टैबलेट भेजे हैं. सबसे पहले इन 30 विद्यालयों में ऑनलाइन अटेंडेंस लेंगे. बच्चा के चेहरा से हाजिरी बनेगी, ग्रुप अटेंडेंस होगी. टीचर और शिक्षक दोनों की उपस्थिति बनेगी. कौन बच्चा-टीचर स्कूल आ रहा या नहीं, इसकी पूरी जानकारी एक साथ आ जायेगी. 1 मई से 30 स्कूल में ऐसी व्यवस्था लागू होगी.
पटना जिले के बिक्रम के एक शिक्षक ने सलाह दिया है कि क्षेत्रीय भाषा में ही बच्चों की पढ़ाई होनी चाहिए. इस पर एस. सिद्धार्थ ने कहा कि मैं इसका समर्थन करता हूं. छोटे बच्चों को अपनी मातृभाषा में ही शिक्षा दी जानी चाहिए. जब तक उनको आप उनकी मातृभाषा में नहीं सिखाएंगे तब तक उनकी क्षमता को बढ़ा नहीं सकते. समस्या है. उम्मीद करता हूं की मगध क्षेत्र में अगर बच्चों को अगर शिक्षक पढ़ा रहे हैं, तो वहां की भाषा में पढ़ाएं. क्योंकि मोटा-मोटी स्थानीय शिक्षक ही स्कूल में है. मैं यह उम्मीद करता हूं कि शिक्षक मातृभाषा में बच्चों को सीखाने की कोशिश करें. किताबों में मातृभाषा की कमी है, मैं इसे स्वीकार करता हूं . शिक्षक कोशिश करें ए फॉर एप्पल है तो उसे भोजपुरी में सीखाने की कोशिश करें .
माधव पट्टी मध्य विद्यालय के शिक्षक सवाल पूछा. बच्चे मोबाइल में समय देते हैं , ऐसे में शिक्षा विभाग मोबाइल आधारित शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराये. इस पर अपर मुख्य सचिव ने कहा कि क्लास -6 से हम लोग आईसीटी लैब स्थापित करेंगे. सभी स्कूलों में कंप्यूटर होगा. हम लोग पठन सामाग्री को डिजिटल फॉर्म में भेजेंगे. कोई भी बच्चा अगर डिजिटल फॉर्म में लेना चाहे तो ले सकता है. यह व्यवस्था हम लोग करेंगे. लाइब्रेरी में हम लोग पेन ड्राइव रखेंगे. उसमें सामग्री ले सकता है. डिजिटल लाइब्रेरी को भी हम लोग बढ़ावा दे रहा है. हम लोगों का लक्ष्य है कि डिजिटल लैब हो, बच्चे फिजिकल बुक्स के अलावा डिजिटल बुक्स भी पढ़ें .