दुमका में खौफनाक कांड: पत्नी और दो बच्चों की हत्या के बाद पति ने किया खुदकुशी, इलाके में सनसनी अरवल: पैर फिसलने के बाद आहर में गिरा युवक, पानी में डूबने से हुई मौत नए लेबर कोड्स के तहत ऑडियो-विज़ुअल और डिजिटल मीडिया वर्कर्स को क्या-क्या मिलेंगे लाभ? जानिये PM और एक महिला विधायक का मॉर्फ कर FB पर आपत्तिजनक फोटो डालने वाले शख्स के खिलाफ केस दर्ज, बिहार पुलिस ने लिया एक्शन धनकूबेर निकला उत्पाद अधीक्षक अनिल आजाद: करोड़ों की जमीन और निवेश का खुलासा, जानिये पत्नी के नाम पर कितना है जमीन? SAHARSA: गैस लीकेज रहने के कारण सिलेंडर में लगी आग, बाप-बेटे झुलसे लालू की पार्टी पर जीतन राम मांझी ने कसा तंज, कहा.. बिहार में आरजेडी का हश्र डायनासोर के जैसा होगा Amazon ने लॉन्च किया नया Price History फीचर, अब सेल की ‘फर्जी डिस्काउंट’ ट्रिक से बचेगा ग्राहक Bihar News: बिहार के स्कूलों में लागू होगा डिजिटल अटेंडेंस सिस्टम, टैबलेट से बच्चों और शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी Bihar road construction : बिहार में गांवों में बदलेगी सड़कों की सूरत , ग्रामीण कार्य मंत्री का बड़ा फैसला; अब सरकार लीज पर लेगी जमीन
1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Fri, 09 May 2025 06:06:54 PM IST
- फ़ोटो Google
Bihar Dsp: अकूत संपत्ति अर्जित करने के आरोप में एक डीएसपी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही चलेगी. पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट पर गृह विभाग ने विभागीय कार्यवाही चलाने का निर्णय लिया है. आईजी राकेश राठी को संचालन पदाधिकारी बनाया गया है.
गृह विभाग के संकल्प में कहा गया है कि मोतिहारी सदर के तत्कालीन अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुरली मनोहर मांझी के खिलाफ 24 सितंबर 2024 को बिहार पुलिस मुख्यालय ने रिपोर्ट किया था. आरोप है कि डीएसपी मुरली मनोहर मांझी ने स्वयं, पत्नी एवं बच्चों के नाम पर करोड़ों की अवैध संपत्ति अर्जित की है. यह सरकारी सेवक के आचरण के विरूद्ध है. इन आरोपों के खिलाफ इनसे स्पष्टीकरण की मांग की गई. 29 जनवरी 2025 को इन्होंने अपना जवाब सौंपा. जवाब की समीक्षा की गई. इसके बाद निर्णय लिया गया कि इनके खिलाफ गठित आरोपों के लिए वृहद जांच की जरूरत है. इसके लिए पुलिस महानिरीक्षक राकेश राठी को संचालन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है. गृह विभाग ने कहा है कि आरोप सेवानिवृत डीएसपी दस दिनों या संचालन पदाधिकारी द्वारा दिए गए समय पर हाजिर होकर अपना पक्ष रखें.
बता दें, मुरली मनोहर मांझी जो मोतिहारी सदर के एसडीपीओ थे. इस दौरान इनके खिलाफ गंभीर आरोप लगे थे. तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने भी इनके खिलाफ पुलिस मुख्यालय से शिकायत की थी. इसके बाद मांझी का स्थानांतरण हो गया. मोतिहारी से सीआईडी पटना में पदस्थापित हुए. यहीं से सेवानिवृत हो गए हैं. रिटायरमेंट के बाद अब जाकर कार्रवाई शुरू हुई है.