1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Mon, 22 Dec 2025 03:45:22 PM IST
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Bihar Police News: बिहार सरकार और पुलिस ने दावा किया है कि राज्य अब पूरी तरह नक्सल मुक्त हो गया है और हत्या-लूट जैसे संगीन अपराधों में भी कमी दर्ज की गई है। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी और डीजीपी विनय कुमार के अनुसार, सख्त पुलिसिंग, तकनीक के उपयोग और निरंतर अभियान के कारण राज्य में अपराध नियंत्रण में उल्लेखनीय सफलता मिली है।
आंकड़ों के मुताबिक, हत्या के मामलों में 7.72 प्रतिशत की कमी आई है। डकैती की घटनाओं में सर्वाधिक गिरावट दर्ज की गई है, जो 24.87 प्रतिशत है, जबकि दंगों में 17.97 प्रतिशत की कमी आई है। अधिकारियों ने कहा कि यह गिरावट राज्य में अपनाई गई रणनीतियों का परिणाम है।
साल भर की उपलब्धियों का ब्यौरा पेश करते हुए बताया गया कि संगीन अपराधों में कार्रवाई के तहत डकैती, लूट, दुष्कर्म और अपहरण जैसे मामलों में कुल 3.35 लाख आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
अपराध से अर्जित संपत्ति पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 70 अपराधियों की संपत्ति जब्त की है, जबकि 1,419 अपराधियों की संपत्ति जब्ती के लिए चिह्नित की गई, जिनमें से 405 मामलों को कोर्ट में भेजा जा चुका है। यह कदम संगठित अपराध और माफिया नेटवर्क को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए अहम माना जा रहा है।
बिहार में नए कानून बीएनएसएस के तहत भी व्यापक कार्रवाई हुई। इस वर्ष राज्य में 12.50 लाख लोगों पर बीएनएसएस की धारा 126 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई की गई, जिससे संभावित अपराधों को पहले ही रोका जा सका। शराबबंदी को सख्ती से लागू करते हुए पुलिस ने इस वर्ष 16.79 लाख लीटर देसी शराब और 16.51 लाख लीटर विदेशी शराब जब्त की। शराब कारोबार से जुड़े लोगों पर लगातार छापेमारी और गिरफ्तारी की गई।
डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों में भी पुलिस को सफलता मिली है। अब बिहार का एक भी जिला नक्सल प्रभावित नहीं रहा। वर्ष भर में 220 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और एक मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए 103 साइबर कांडों की जांच की गई, जिसमें तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की गई।
अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अपराध नियंत्रण, माफिया पर कार्रवाई और जनता की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आने वाले समय में पुलिसिंग को और अधिक प्रभावी, पारदर्शी और तकनीक-आधारित बनाने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।