Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच ताबड़तोड़ फायरिंग, दो युवक को लगी गोली Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच ताबड़तोड़ फायरिंग, दो युवक को लगी गोली Bihar News: बिहार में बनेंगे 3.74 लाख नए राशन कार्ड, सरकार ने जारी किया आदेश; इस दिन से शुरू होगा अभियान Bihar News: बिहार में बनेंगे 3.74 लाख नए राशन कार्ड, सरकार ने जारी किया आदेश; इस दिन से शुरू होगा अभियान Bihar News: बिहार पुलिस की लापरवाही से युवक की हत्या का आरोप, मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला Bihar News: बिहार में दो चचेरी बहनों की नहर में डूबने से मौत, नहाने के दौरान हुआ हादसा Bihar News: बिहार में दो चचेरी बहनों की नहर में डूबने से मौत, नहाने के दौरान हुआ हादसा Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 का शेड्यूल जारी, इस दिन से शुरू होगा टूर्नामेंट; 8 टीमें होंगी शामिल Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 का शेड्यूल जारी, इस दिन से शुरू होगा टूर्नामेंट; 8 टीमें होंगी शामिल एकावना गांव में गड्ढे ने फिर ली जान: युवक की मौत पर रामबाबू सिंह ने जताया शोक, प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 14 Feb 2025 09:06:04 AM IST
expressway - फ़ोटो expressway
बिहार की सड़क कनेक्टिविटी को और मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार जल्द ही रक्सौल-हल्दिया और गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) को मंजूरी दे सकती है। इन राजमार्ग परियोजनाओं से बिहार की पूरे देश से कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे व्यापार, परिवहन और लॉजिस्टिक्स को नई गति मिलेगी।
करीब 650 किलोमीटर लंबे रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे का 367 किलोमीटर हिस्सा बिहार में होगा। यह हाईवे पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, लखीसराय, जमुई और बांका जिलों से होकर गुजरेगा। यह सड़क बिहार के रक्सौल स्थित ड्राईपोर्ट को पश्चिम बंगाल के हल्दिया पोर्ट से सीधा जोड़ेगी, जिससे नेपाल के साथ व्यापार और आयात-निर्यात की प्रक्रिया सुगम होगी।
यह एक्सप्रेसवे 521 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें बिहार का बड़ा हिस्सा शामिल होगा। इस हाईवे का एलाइनमेंट गोरखपुर रिंग रोड से शुरू होकर पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज होते हुए पश्चिम बंगाल तक जाएगा। इसके निर्माण से उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के बीच परिवहन आसान होगा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाले वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे के लिए वन विभाग की मंजूरी की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। गया, औरंगाबाद और कैमूर जिलों में वन मंजूरी का काम तेजी से चल रहा है, जिसके चलते अगले कुछ महीनों में निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है।
करीब 610 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे की लागत 35 हजार करोड़ रुपये बताई जा रही है। अभी वाराणसी से कोलकाता पहुंचने में 15 घंटे लगते हैं, लेकिन एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद यह दूरी महज 9 घंटे में तय की जा सकेगी।
ये एक्सप्रेसवे न सिर्फ बिहार की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएंगे बल्कि लॉजिस्टिक्स, औद्योगिक विकास और पर्यटन को भी बढ़ावा देंगे। केंद्र सरकार से मंजूरी मिलते ही इन परियोजनाओं पर काम तेजी से आगे बढ़ेगा।