Bihar News: शहर में ऑटो और ई-रिक्शा परिचालन में नई व्यवस्था, QR कोड से होगी चालक की पहचान; जानें पूरी डिटेल

Bihar News: शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को सुधारने और यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने ऑटो और ई-रिक्शा परिचालन की नई व्यवस्था लागू की है। इसके तहत शहर को चार जोन और 20 रूटों में बांटा गया है, और कुल...?

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 22 Dec 2025 08:45:35 AM IST

Bihar News

बिहार न्यूज - फ़ोटो GOOGLE

Bihar News: शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को सुधारने और यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने ऑटो और ई-रिक्शा परिचालन की नई व्यवस्था लागू की है। इसके तहत शहर को चार जोन और 20 रूटों में बांटा गया है, और कुल 4,800 ऑटो/ई-रिक्शा का कलर कोडिंग के साथ संचालन किया जाएगा। जनवरी 2026 से इस नियम का पालन अनिवार्य होगा, और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


QR कोड से चालक और वाहन की पूरी जानकारी उपलब्ध

अब शहर के सभी ऑटो और ई-रिक्शा में QR कोड लगाया जाएगा। यात्रियों या ट्रैफिक पुलिस द्वारा इस कोड को स्कैन करने पर चालक का नाम, वाहन नंबर, ड्राइविंग लाइसेंस और निर्धारित रूट जैसी सभी जानकारियां तुरंत उपलब्ध हो जाएंगी। परिवहन विभाग ने QR कोड जेनरेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। डीटीओ कुमार सत्येंद्र यादव ने बताया कि यह QR कोड सभी ऑटो और ई-रिक्शा पर अनिवार्य होगा।


ऑटो और ई-रिक्शा का विभाजन और कलर कोडिंग

शहर में कुल 4,800 ऑटो/ई-रिक्शा परिचालन को मंजूरी दी गई है, जिनमें से 4,200 रूट पर चलेंगे और 600 रिजर्व/फ्री जोन के ऑटो होंगे। चार जोन और उनके रूट का कलर कोडिंग-

जोन-1 (5 रूट) — ऑरेंज कलर

जोन-2 (7 रूट) — पर्पल कलर

जोन-3 (6 रूट) — लाइट रेड कलर

जोन-4 (फ्री जोन/रिजर्व) — लाइट ब्राउन/व्हाइट कलर

रिजर्व ऑटो को अलग नंबर जारी किया जाएगा और प्रमुख चौक-चौराहों पर ठहराव स्थल बनाए जाएंगे। यात्रियों को फोन कर ऑटो बुक करने की सुविधा भी मिलेगी।


ग्रामीण ऑटो पर रोक और विशेष छूट

शहर में ग्रामीण ऑटो का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है। केवल इमरजेंसी मरीज को ले जा रहे ऑटो को छूट दी जाएगी। शहर में प्रवेश के लिए बैरिया, जीरोमाइल, मिठनपुरा, रामदयालु और भगवानपुर जैसे इंट्री प्वाइंट निर्धारित किए गए हैं।


यातायात नियंत्रण और सुरक्षा में सुधार

नई व्यवस्था से ट्रैफिक पुलिस को यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि ऑटो अपने निर्धारित रूट पर चल रहे हैं या नहीं। साथ ही यात्रियों को भी चालक की पहचान करने और सुरक्षित यात्रा करने में सहूलियत होगी। जिला प्रशासन का कहना है कि जनवरी से नियम तोड़ने वाले ऑटो चालकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिससे शहर की यातायात प्रणाली को पटरी पर लाने में मदद मिलेगी। कुल मिलाकर, यह नई QR कोड और कलर कोडिंग आधारित व्यवस्था शहर में यातायात नियंत्रण, सुरक्षा और सुव्यवस्थित परिवहन के लिए एक बड़ा कदम साबित होगी।