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पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम

लॉ प्रेप के डायरेक्टर अभिषेक गुंजन ने बताया कि कैनवास पर इस्तेमाल किए गए रंग हल्दी, चुकंदर, कार्बन और फूलों का उपयोग करके बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य और लॉ से जुड़े समुदाय को गर्व है कि हमने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाया है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 28 Apr 2025 09:19:09 PM IST

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वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज - फ़ोटो google

PATNA: लॉ प्रेप ट्यूटोरियल पटना की ओर से सांस्कृतिक विरासत को सहेजने की दिशा में एक अनोखा रिकॉर्ड कायम किया गया है। लॉ प्रेप ने दुनिया की सबसे बड़ी भारतीय संविधान की प्रस्तावना बनाकर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कर लिया है। इससे पूरे बिहार में खुशी की लहर दौड़ गई है।


ध्यान रहे कि संविधान की प्रस्तावना भारतीय संविधान के सार को समाहित करने वाले पाठ के रूप में, यह राष्ट्र की पहचान, उसके लोकतांत्रिक लोकाचार और उसके मूलभूत सिद्धांतों का प्रतिबिंब है। यह सांस्कृतिक विरासत के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है।


लॉ प्रेप पटना द्वारा कैनवास पर पूरी तरह से प्राकृतिक रंगों से तैयार की गई दुनिया की सबसे बड़ी प्रेअम्बल बनाने के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह बनाई है। 18 घण्टों में निर्मित इस विशाल कलाकृति को संस्थान के काफी छात्रों ने मिलकर बनाया है। 


लॉ प्रेप के डायरेक्टर अभिषेक गुंजन ने इस असाधारण उपलब्धि का विवरण साझा किया। डायरेक्टर ने कहा कि यह प्राकृतिक रंगों से बनी कैनवास पर सबसे बड़ी पेंटिंग है। संस्थान के डायरेक्टर अभिषेक गुंजन व शालिनी द्वारा छात्रों निर्देशित किया गया था। इस पेंटिंग में इस्तेमाल किए गए सभी रंग प्राकृतिक हैं और इसे पूरा करने में हमें 18 घण्टे लगे। 


हल्दी का इस्तेमाल

उन्होंने कहा कि कैनवास पर इस्तेमाल किए गए रंग हल्दी, चुकंदर, कार्बन और फूलों का उपयोग करके बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य और लॉ से जुड़े समुदाय को गर्व है कि हमने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाया है।