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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 26 May 2025 08:30:00 PM IST
एक्युप्रेशर दिवस पर कार्यक्रम - फ़ोटो google
PATNA: बिहार एक्युप्रेशर योग कॉलेज, भारतीय एक्युप्रेशर योग परिषद् एवं स्वास्थ्य जागरूकता मिशन के संयुक्त तत्वावधान में 32वाँ राष्ट्रीय एक्युप्रेशर / एक्युपंक्चर सम्मेलन का उद्घाटन अधिवेशन भवन, पटना में दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में विधान सभा के अध्यक्ष नन्द किशोर ने एक्युप्रेशर, चिकित्सा को पौराणिक एवं अत्यन्त उपयोगी बताया।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए पर्यावरण मंत्री प्रेम कुमार, पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री रामकृपाल यादव, अश्विनी कुमार चौबे ने एक्युप्रेशर विद्या की भूरि-भूरि प्रशन्सा की।.सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए प्रसिद्ध चिकित्सक एक्युप्रेशर महागुरू डा. सर्वदेव प्रसाद गुप्त ने कहा कि वर्तमान समय में असाध्य समझे जाने वाले रोग, अन्तःस्रावी ग्रंथि जनित रोग जैसे फैटी लीवर, डायबिटीज, ब्लडप्रेशर आदि रोगो की सफल चिकित्सा एक्युप्रेशर द्वारा की जाती है। यदि सरकार अपने सभी अस्पतालों में एक्युप्रेशर सेवा प्रारंभ करती है तो जनमानस सरलतापूर्वक स्वस्थ होंगे तथा सरकार का स्वास्थ्य बजट भी बहुत कम हो जायेगा।
सम्मेलन के संयोजक-सह-कॉलेज सचिव डा. अजय प्रकाश ने बताया कि समाज के अन्तिम व्यक्ति तक एक्युप्रेशर चिकित्सा का लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से कई कार्यक्रम संस्थान द्वारा संचालित हो रहे है। इस वर्ष लगभग एक्युप्रेशर पखवाड़ा के अंतर्गत दो हजार निःशुल्क चिकित्सा शिविर मे लाखो जनमानस लाभांवित हुए। डा. अजय प्रकाश ने यह भी कहा कि एक्युप्रेशर जनमानस की आवश्यकता है यदि विश्व स्वास्थ्य संगठन का उद्देश्य '2030 तक सबको स्वास्थ्य' का लक्ष्य प्राप्त करना है तो सरकार को बिहार से सम्पूर्ण विश्व में प्रसारित, एक्युप्रेशर चिकित्सा की ओर विशेष ध्यान देना होगा। सरकार द्वारा एक्युप्रेशर एक्ट बनाने हेतू 2019 में किया गया अनुमोदन को मूर्तिरूप देना होगा।
श्रीलंका ओपेन यूनिवर्सिटी के डा. श्रीप्रकाश बरनवाल ने बताया कि एक्युप्रेशर भारत से ही सम्पूर्ण विश्व में गया है, बीएवाईसी कॉलेज के माध्यम से सात देशो में संस्थान स्थापित कर शिक्षण एवं चिकित्सा कार्य संचालित किया जा रहा है। सम्मेलन में एक्युप्रेशर चिकित्सा को पुनर्जिवित करने वाले बिहार के निवासी एक्युप्रेशर जनक डा. चन्द्रमा प्रसाद गुप्त की 104वीं जयन्ती के अवसर पर आयोजित महासम्मेलन में 26वां व्याख्यानमाला उनके परपोता सर्वप्रकाश द्वारा प्रस्तुत किया गया तथा सम्पूर्ण देश के चार सौ चिकित्सक पुष्पांजलि अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किए।
इस अवसर पर डा. सर्वदेव प्रसाद गुप्त एवं डा. अजय प्रकाश द्वारा लिखित मधुमेह, बुजुर्ग रोग, मानसिक रोग, मानव शरीर एवं पंच महाभूत नामक चार पुस्तक, डा. एल. पी. सिंह लिखित हयूमन फिजियोलॉजी पुस्तक एवं आयुष्मान भवः स्मारिका का विमोचन किया गया। देश विदेश के पैतालिरा चिकित्सकों को एक्युप्रेशर रत्न एंव गोल्ड मेडल अवार्ड से सम्मानित किया गया। 11 गई से 25 गई के अन्तराल में आयोजित एक्युप्रेशर पखवाड़ा अन्तर्गत आयोजित करने वाले सम्मेलन गे उपस्थित 75 चिकित्सकों को भी सम्मानित किया गया। राष्ट्रगान से सम्मेलन का प्रारम्भ और स्वागतगान शाम्भवी प्रकाश ने प्रस्तुत किया।
द्वितीय साइन्टिफिक सत्र में डायबिटिज, लीवर जनित रोग, डायरिया, थायरॉयड, किडनी स्टोन, गानसिक स्वास्थ्य विष्यों पर एक्युप्रेशर चिकित्सा का प्रभाव शोध पत्र, पूर्व सिविल सर्जन डा. एल. पी. सिंह, पी.एम.सी.एच. के डा. हरेराम रॉय, आई.जी.आई.एम.एस के डा. निखिल चौधरी, लखनउ के डा. महेश वर्मा, राजस्थान के डा. पीयूष त्रिवेदी, झारखण्ड के डा. राहुल कुमार, राजस्थान आयुष विभाग के डायरेक्टर डा. के पी. सिंह ने प्रस्तुत किया।
सम्मेलन को डा. वीणा प्रकाश, डा. अनिता सिन्हा, डा. संजय कुमार, डा. राजकिरण, डा. राधेश्याम केसरी, डा. राशीद हाशमी, डा. पुष्पारानी, पूनम बरनवाल, डा. गायत्री देवी आदि ने संबोधित किया। जितेन्द्र कुमार, आदित्य प्रकाश, परमानन्द कुमार, अभव्या प्रकाश, श्रुति कुमारी, गीता कुमारी, सोनी देवी, रितविक राज, शशिभूषण सिंह, डा. एच.पी. सिंह, विकास मौडिवाल,अजय साह, विकास गुप्ता आदि का सहयोग सराहनीय रहा। धन्यवाद ज्ञापन कॉलेज कोषाध्यक्ष डा. वीणा प्रकाश ने किया।