Bihar News: UPI फ्रॉड में लिप्त साइबर ठगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, गिरोह की तलाश जारी Mahila Rojgar Yojana: महिला रोजगार योजना: शहरी महिलाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया आज से शुरू, जानें नियम और लाभ Bihar Crime News: बिहार में जमीन विवाद बना खूनी संघर्ष, खेत के पास युवक को गोलियों से भूना Bihar News: सीतिश हत्याकांड पर आक्रोश, शव बरामद नहीं होने से लोगों में नाराजगी; पुलिस पर लापरवाही का आरोप Bihar News: पटना में पुलिस दारोगा का कारनामा, चेकिंग के दौरान बरामद 20 लाख रुपए गायब कर दिए Bihar Teacher News: छह लाख शिक्षकों की वरीयता पर बड़ा फैसला, शिक्षा विभाग ने गठित की समिति अजय सिंह की योजना से पकड़ी पंचायत से 150 श्रद्धालु अयोध्या दर्शन को रवाना EOU की बड़ी कार्रवाई: आधार फर्जीवाड़े मामले में मधेपुरा से 3 साइबर अपराधी गिरफ्तार क्या बिहार का मखाना भी होगा जीएसटी फ्री? डॉ. राम प्रकाश ने उठाया सवाल MUNGER: अपने पैतृक गांव तारापुर पहुंचे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, 17620.90 लाख की योजनाओं का किया शिलान्यास
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Thu, 29 May 2025 03:12:54 PM IST
परिवहन विभाग का कारनामा - फ़ोटो reporter
Bihar News: बिहार के परिवहन विभाग की एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है। मधेपुरा के सिंहेश्वर थाना परिसर में पिछले 28 दिनों से खड़ी एक दुर्घटनाग्रस्त स्कॉर्पियो (BR 43 P 7950) का चालान मोतिहारी में ओवर स्पीडिंग के लिए काट दिया गया है। इस लापरवाही के सामने आने के बाद हर कोई हैरान है।
दरअसल, यह गाड़ी मधेपुरा के जजहट सबैला गांव के झिटकिया में एक सड़क दुर्घटना में शामिल थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। दुर्घटना के बाद से ही यह स्कॉर्पियो सिंहेश्वर थाना परिसर में खड़ी है। वाहन के मालिक संतोष कुमार, जो फिलहाल पटना में हैं, को सोमवार सुबह 11:51 बजे एक मैसेज मिला, जिसमें 26 मई को मोतिहारी में तेज गति से चलने के कारण 2,000 रुपये का चालान बताया गया। इस सूचना से वे हैरान रह गए।
संतोष कुमार ने तुरंत इस बारे में अपने छोटे भाई बौआ को सूचित किया। जब उन्होंने पोर्टल चेक किया तो एक और चालान अगस्त 2024 में पटना में भी कटा पाया गया, जिसमें अधिकारियों के आदेश की अवज्ञा या जानकारी देने से इनकार करने के कारण 2,000 रुपये का अतिरिक्त जुर्माना लगाया गया है। जबकि उस समय भी गाड़ी मधेपुरा जिले में ही मौजूद थी।
इस मामले की शिकायत उन्होंने मधेपुरा के जिला परिवहन कार्यालय, पटना ट्रैफिक एसपी, मोतिहारी एसपी और सिंहेश्वर थाना को मेल के जरिए भेज दी है। उनका कहना है कि फर्जी चालान को चुनौती देने और न्याय के लिए उन्हें हजारों रुपये खर्च करने होंगे, जबकि चालान की कुल राशि केवल 4,000 रुपये है। अब वे परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं।
सिंहेश्वर थाना अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने पुष्टि की कि 29 अप्रैल को हुई सड़क दुर्घटना के बाद उक्त वाहन पर प्राथमिकी दर्ज हुई थी और वाहन अब भी थाना परिसर में मौजूद है। उन्होंने कहा, चालान कैसे कटा, यह मुझे नहीं पता। मामले की जांच जारी है।