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09-Feb-2025 07:01 PM
दिल्ली चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस सबसे ज्यादा निशाने पर है. दरअसल, दिल्ली की जनता ने इस दफा भारतीय जनता पार्टी पर भरोसा जताया.आम आदमी पार्टी को भी दिल्ली के लोगों का समर्थन मिला. आप इस दफा विपक्ष की भूमिका में रहेगी, लेकिन दिल्ली की जनता ने कांग्रेस का हाथ इस दफा छोड़ दिया. दिल्ली विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं जीत पायी है. इसके बाद कांग्रेस बीजेपी के निशाने पर है. यह तीसरी बार है कि कांग्रेस की सीटों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. 70 विधानसभा सीटों वाली दिल्ली में कांग्रेस को जीरो सीट मिली है. हालांकि, दिल्ली एकमात्र ऐसा राज्य नहीं है, जहां कांग्रेस विधायकों की संख्या जीरो है.देश के कम से कम 4 राज्यों में कांग्रेस के पास एक भी विधायक नहीं है. इनमें आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्य भी शामिल हैं.
आंध्रा प्रदेश में कांग्रेस जीरो
पिछले वर्ष 2024 के मई महीने में आंध्र प्रदेश विधानसभा के चुनाव हुए थे. इस चुनाव में कांग्रेस पूरी मजबूती से मैदान में उतरी थी. लेकिन, पार्टी एक भी सीटों पर जीत नहीं मिल पाई थी. पार्टी के अधिकांश उम्मीदवार या तो तीसरे नंबर पर रहे या जमानत जब्त करवा बैठे.आंध्र प्रदेश में एनडीए गठबंधन के पास 164 विधायक है. वहीं विपक्षी वाईएसआर के पास 11 विधायक हैं.
पश्चिम बंगाल में भी कांग्रेस जीरो
पश्चिम बंगाल विधानसभा में 294 सीट है. यहां वर्ष 2021 के मई महीने में विधानसभा चुनाव हुए थे. कांग्रेस यहां लेफ्ट फ्रंट के साथ मैदान में उतरी थी, लेकिन कांग्रेस को यहां से एक भी नहीं सीट पायी. कांग्रेस पहली बार बंगाल में जीरो पर सिमट गई. बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है.तृणमूल कांग्रेस के पास 224 विधायक हैं. वहीं विपक्षी बीजेपी के पास यहां 66 विधायक हैं. हालांकि वर्ष 2022 में हुए उप चुनाव में मुर्शिदाबाद के सागरदिघी सीट पर कांग्रेस को जीत भी मिली थी.लेकिन विधायक तृणमूल में शिफ्ट हो गए. इसके बाद अब तक बंगाल में जितने भी उपचुनाव हुए हैं,उसमें कांग्रेस को जीत नहीं मिल पाई है.
सिक्किम में 32 सीटें, सभी एनडीए के पास
सिक्किम में विधानसभा की कुल 32 सीटें हैं. कांग्रेस यहां की सत्ता में मजबूत रही है,लेकिन अभी कांग्रेस सिक्किम में भी शून्य पर ही खड़ी है. सिक्किम की सभी 32 सीटों पर सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा का कब्जा है. एसकेएम बीजेपी के साथ यहां पर गठबंधन में है.
नगालैंड में भी कांग्रेस के हाथ खाली
नगालैंड में विधानसभा की कुल 60 सीटें हैं.यहां पर फरवरी 2023 में विधानसभा के चुनाव हुए थे.कांग्रेस पार्टी को यहां पर भी एक भी सीटों पर जीत नहीं मिल पाई. नगालैंड में एनडीपीपी के पास 25, बीजेपी के पास 12, एनसीपी के पास 7, एनपीपी के पास 5, एलजेपी (आर) के पास 2, आरपीआई के पास 2 विधायक हैं. इसके अलावा एनपीएफ के पास 2 और 5 निर्दलीय विधायक नगालैंड में हैं. दिलचस्प बात है कि नगालैंड में सभी पार्टियां सरकार में ही शामिल हैं. यहां कोई विपक्ष नहीं है.