PATNA: राज्य सरकार ने अनंत सिंह को नाप दिया. आखिरकार छोटे सरकार बेऊर जेल पहुंच गये. लेकिन अब उनके बॉस का क्यो होगा. अनंत सिंह के बॉस सरकार का कोपभाजन बन सचिवालय के कोल्ड स्टोरेज में सड़ रहे हैं. सरकार उन्हें मुक्ति देगी या कोल्ड स्टोरेज में ही सड़ते रहेंगे.
कौन है अनंत सिंह का बॉस
अंडरवर्ल्ड से लेकर सियासी और प्रशासनिक हलके में अनंत सिंह के बॉस को सब जानते हैं. नाम सोना यानि स्वर्ण सा है. बदन पर पुलिस की वर्दी है, वो भी अशोक स्तम्भ और कई सितारों के साथ. यानि पुलिस के बड़े अधिकारी हैं. जानकार लोग कहते हैं कि तकरीबन दो दशकों से छोटे सरकार और उनके बॉस का कारोबारी संबंध रहा है. पैसे के खेल में बीच-बीच में तकरार भी हुई. लेकिन जब भी किसा का गाढ़ा वक्त आया, दोनों मिल गये.
सरकार ने कोल्ड स्टोरेज में क्यों फेंक दिया
दरअसल पिछले साल छोटे सरकार और उनके बॉस के बीच की खबरें आम थी. खबर ये थी कि बॉस किसी भी सूरत में छोटे सरकार को निपटाना चाहते हैं. सरकार तक भी ये खबर पहुंची. तब तक अनंत सिंह सरकार के खिलाफ मैदान में उतर चुके थे. लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान कर चुके थे. सरकार को लगा कि लोहे को लोहे से ही काटा जाये. लिहाजा अनंत सिंह के पुराने राजदार को ही अहम पद दे दिया गया. मुख्य टारगेट एक ही था-छोटे सरकार की हुकूमत को मिट्टी में मिला देना. इसके लिए काम की जगह पर अपने आदमी को रखने की खुली छूट भी दे दी गयी.
बॉस ने सरकार को दे दिया गच्चा
लेकिन चुनाव के दौरान जो खबरें आयी उसके मुताबिक बॉस ने सरकार को गच्चा दे दिया. जिस काम के लिए लगाया गया था ठीक उसका उल्टा कर दिया. यानि छोटे सरकार की और पौ-बारह हो गयी. बॉस ने अपने जिन लोगों को काम की जगह पर लगाया था वो भी गच्चा दे गये. सरकार के खास सिपाहसलार को चुनाव के दौरान हर पल इसका अहसास हुआ. नतीजतन चुनाव खत्म हुआ और सरकार की कार्रवाई हुई. महकमे के सबसे अहम पद पर बैठे बॉस को सरकार ने सीधे पाताल में पहुंचा दिया गया. उनकी पोस्टिंग उस जगह पर कर दी गयी जो उस महकमे की सबसे बदतर पोस्टिंग मानी जाती है.
क्या अब कोल्ड स्टोरेज से मिलेगी मुक्ति
सरकार की नाराजगी का इल्म बॉस को भी था. लिहाजा अपनी पोस्टिंग दिल्ली में कराने की सेटिंग कर ली थी. सरकार के पास आवेदन देकर कहा अब भारत सरकार की सेवा में जाना चाहते हैं. लेकिन, खफा बैठी सरकार ने कहा-अभी कोल्ड स्टोरेज में ही पड़े रहना होगा. बॉस लगातार सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाते रहे लेकिन राज्य सरकार ने NOC देने से इंकार कर दिया. राज्य सरकार के NOC के बगैर दिल्ली में पोस्टिंग हो नहीं सकती. ऐसे में बॉस कोल्ड स्टोरेज में ही पड़े सड़ रहे हैं. अब अनंत सिंह को सरकार जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है. सवाल ये उठ रहा है कि क्या अब उनके बॉस को भी मुक्ति मिलेगी. क्या सरकार उन्हें दिल्ली जाने की इजाजत देगी. जवाब तो सत्ता में बैठे लोगों के पास ही है, जो कुछ बोलेंगे ही नहीं.