Bihar News: बिहार के इस विश्वविद्यालय में होगी वास्तु शास्त्र की पढ़ाई, वैदिक एस्ट्रोनॉमी समेत ये कोर्स होंगे उपलब्ध India-Pakistan Tension: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच चारधाम यात्रा को लेकर बड़ा फैसला, जानिए.. India-Pakistan Tension: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच चारधाम यात्रा को लेकर बड़ा फैसला, जानिए.. Civil Defence Volunteer: सिविल डिफेंस वॉलंटियर बनें, हर दिन मिलेंगे 750 रुपये, देशसेवा का भी मौका Bihar Crime News: कुल्हाड़ी से गर्दन काट कर शख्स की बेरहमी से हत्या, गंगा किनारे शव मिलने से सनसनी Indian air strike defence: पहले ड्रोन हमले नाकाम किए, फिर पाकिस्तान को दी करारी जबाब! सेना ने दी जानकारी Bihar Crime News: फायरिंग के बाद बाल-बाल बचे राजद नेता, अपराधियों की तलाश में जुटी पुलिस Bihar crime: ऑर्केस्ट्रा डांसर पर हमला, आत्मरक्षा में चाकू से तीन युवकों पर किया वार Siddhivinayak temple : सिद्धिविनायक मंदिर में नारियल-प्रसाद बैन! आतंकी खतरे के बीच बड़ा फैसला India Pakistan War: भारत की सैन्य ताकत के आगे कब तक टिक पाएगा पाकिस्तान? पाक के रिटायर्ड अधिकारी ने खुद खोली पोल
10-Mar-2021 12:06 PM
PATNA : बिहार विधानसभा में आज का दिन हंगामे के नाम रहा. शराब बंदी कानून को लेकर सदन में विपक्ष का जोरदार हंगामा चलता रहा. हंगामे के बीच में प्रश्नोत्तर काल की कार्यवाही भी हुई और शून्यकाल भी लिया गया. लेकिन प्रश्नोत्तर काल में एक ऐसा मौका आया जब विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे वेल में मौजूद आरजेडी विधायकों को शांत रहने को कहा और तेजस्वी यादव की याद दिलाई.
दरअसल मौजूदा सत्र में तेजस्वी यादव का पहली बार कोई सवाल. तेजस्वी यादव ने अपने संसदीय क्षेत्र राघोपुर में कटाव से जुड़ा सवाल सरकार से पूछा था. सरकार की तरफ से इस सवाल का जवाब भी सदन में दिया जाना था, लेकिन तेजस्वी यादव खुद सदन में मौजूद नहीं थे. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का सवाल आया तो विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने हंगामा कर रहे विधायकों को कहा कि नेता प्रतिपक्ष का सवाल है क्या आप इससे होने देना चाहते हैं. बार-बार विधानसभा अध्यक्ष इस बात को दोहराते रहे लेकिन आरजेडी के विधायक नहीं माने और वेल में खड़े रहे. आखिरकार तेजस्वी यादव का सवाल सदन में नहीं लिया जा सका और प्रश्नोत्तर काल की कार्यवाही हंगामे में ही डूबी रही.
विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा बार-बार विधायकों को कहते रहे कि वह अपने स्थान पर जाए, लेकिन वेल में मौजूद विधायक नहीं माने. आरजेडी विधायकों से उनकी अपील बेकार गई तो उन्होंने आरजेडी विधायकों को शांत रहने और कार्य स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार होने के बाद बाद में सरकार के साथ चर्चा के लिए सहमति बनाने की बात कही लेकिन आरजेडी नहीं मानी.