बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: मुजफ्फरपुर में जमीन कारोबारी की हत्या, दूसरे की हालत गंभीर CBSE Board 12th Result 2025: गोल इंस्टीट्यूट के छात्र-छात्राओं ने लहराया परचम PATNA: बिहार के शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए अच्छी खबर, वेतन भुगतान के लिए 28 अरब से अधिक की राशि जारी Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Operation Sindoor: बिहार के लाल शहीद रामबाबू सिंह ने देश के लिए लुटा दी जान, हाल ही में हुई थी शादी; बॉर्डर पर चलाते थे एयर डिफेंस सिस्टम s 400 Operation Sindoor: बिहार के लाल शहीद रामबाबू सिंह ने देश के लिए लुटा दी जान, हाल ही में हुई थी शादी; बॉर्डर पर चलाते थे एयर डिफेंस सिस्टम s 400 PURNEA: विद्या विहार आवासीय विद्यालय में जश्न का माहौल, CBSE की 12वीं परीक्षा में शानदार प्रदर्शन
05-Jul-2020 08:53 PM
By Ganesh Samrat
PATNA : बीजेपी के पूर्व नेता और वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे यशवंत सिन्हा एक बार फिर पटना पहुंचे हैं।उन्होनें बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में तीसरा मोर्चा बनाने का ऐलान कर रखा है।इसके लिए वे लगातार कवायद में जुटे हैं।
एक बाऱ फिर पटना पहुंचे यशवंत सिन्हा ने कहा कि जो मुद्दे और मूल्यों की राजनीति करे ऐसा विकल्प वो बिहार को देना चाहते हैं। उन्होनें कहा किआगामी बिहार विधानसभा चुनाव में तीसरा मोर्चा चुनाव लड़ेगा और इसका मुख्य उद्देश्य मौजूदा सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकना होगा।
पिछली बार उन्होनें बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को राज्य की खराब स्थिति के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए, उन्होंने 'बेहतर बिहार बनो और बेहतर बिहार बनाओ' का नारा दिया था। नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा था कि राजग सरकार ने लगभग 15 सालों तक सत्ता में रहने के बावजूद विकास नहीं किया। इसके साथ ही उन्होंने राज्य की खराब स्थिति के लिए भी मौजूदा सरकार को जिम्मेदार ठहराया था।
बता दें कि यशवंत के तीसरे मोर्चे में ज्यादातर ऐसे नेता शामिल हुए हैं, जो न तो महागठबंधन का हिस्सा हैं और न ही एनडीए का। बता दें कि तीसरे मोर्चे में अब तक यशवंत के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र यादव, पूर्व बिहार मंत्री नरेंद्र सिंह और रेनू कुशवाहा, पूर्व सांसद अरुण कुमार और नागमणि जैसे नेता शामिल हुए हैं।