ब्रेकिंग न्यूज़

बेगूसराय में ट्रेन से कटकर 16 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, सिर धड़ से हुआ अलग पूर्णिया में भीषण सड़क हादसा: दो बाइक की टक्कर में तीन युवकों की दर्दनाक मौत मुजफ्फरपुर के SDM को मिली जान से मारने की धमकी, जदयू का पूर्व नेता गिरफ्तार Bihar News: बिहार में टंकी की सफाई के दौरान तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत, दम घुटने से गई जान Bihar News: बिहार में टंकी की सफाई के दौरान तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत, दम घुटने से गई जान Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर फायरिंग, बाल-बाल बचे थानेदार Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर फायरिंग, बाल-बाल बचे थानेदार Bihar News: शिवम हायर एजुकेशन फाउंडेशन और पटेल नर्सिंग कॉलेज में हुआ भव्य स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन Bihar News: कोर्ट में गवाही कराने के लिए बिहार में जल्द शुरू होगी ऑनलाइन एप की सुविधा, लंबित मामलों के निपटारे में आएगी तेजी Bihar News: कोर्ट में गवाही कराने के लिए बिहार में जल्द शुरू होगी ऑनलाइन एप की सुविधा, लंबित मामलों के निपटारे में आएगी तेजी

तीसरी बार NSA बने अजीत डोभाल : पीके मिश्रा बने रहेंगे पीएम मोदी के प्रधान सचिव

तीसरी बार NSA बने अजीत डोभाल : पीके मिश्रा बने रहेंगे पीएम मोदी के प्रधान सचिव

13-Jun-2024 07:06 PM

By First Bihar

DELHI : अजीत डोभाल को लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बना दिया गया है। जबकि पीके मिश्रा भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव बने रहेंगे। पीके मिश्रा की नियुक्ति 10 जून से एक बार फिर से प्रभावी हो गई है। वहीं पूर्व आईएएस अधिकारी अमित खरे और तरूण कपूर भी अगले आदेश कर प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में काम करते रहेंगे।


अजीत डोभाल वर्ष 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और आतंकवाद विरोधी मामलों के साथ-साथ परमाणु मामलों के भी एक्सपर्ट हैं। वहीं पीएम मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा वर्ष 1972 बैच के सेवानिवृत अधिकारी हैं, जो पिछले दो साल से नरेंद्र मोदी के साथ काम कर रहे हैं। ये दोनों अधिकारी प्रधानमंत्री के काफी भरोसेमंद माने जाते हैं और नरेंद्र मोदी के पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही उनके साथ जुड़े रहे हैं।


कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अजीत डोभाल की एनएसए के रूप में नियुक्ति को अपनी मंजूरी दे दी है। डोभाल की नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ या अगले आदेश तक रहेगी। कार्यकाल के दौरान एनएसए को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा और उनकी नियुक्ति की शर्तें और नियम अलग से अधिसूचित की जाएगी। बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एक संवैधानिक पद है और इस पद पर पीएम के सबसे विश्वसनीय अधिकारी की ही तैनाती की जाती है।