Life Style: गर्मी में सेहत का असली साथी है बेल का शरबत, ये 5 फायदे जानकर रह जाएंगे हैरान Punganur cow: दुनिया की सबसे छोटी पुंगनूर गाय की खूबियाँ सुनकर उड़ जाएंगे होश, ऋषि-मुनि भी इस गाय को पालते थे! Success Story: विदेश में पढ़े इस युवक ने छोले-कुलचे को बनाया ब्रांड, अब कमा रहे हैं करोडों रुपए; जानिए...अनोखी स्टार्टअप की जर्नी Ajay Devgn: "कराटे किड: लेजेंड्स" में बाप-बेटे की एंट्री, बॉक्स-ऑफिस पर धमाल मचा देगी यह बहुप्रतीक्षित फिल्म Bihar Passport News: बिहार में पासपोर्ट बनाने का नया हब! जानिए किस जिले ने सीवान और छपरा को छोड़ा पीछे Bihar Crime News: दिनदहाड़े कार सवार व्यवसायी से 5 लाख की लूट, फ़िल्मी अंदाज में दिया गया वारदात को अंजाम Bihar Crime News: भतीजी की शादी से पहले चाचा की मौत, संदिग्ध अवस्था में शव बरामद Bihar News: बारिश के बाद भी खुले रहेंगे बालू घाट! बालू माफियाओं की खैर नहीं, डिप्टी सीएम ने किया बड़ा ऐलान Bullet train in Bihar: बिहार के इस जिले से गुजरेगी बुलेट ट्रेन, जमीन अधिग्रहण को लेकर आई बड़ी अपडेट PK Sahu Bsf jawan: सीमा पार कर गए BSF जवान PK साहू पाकिस्तान से लौटे सुरक्षित, भारत ने भी पाक रेंजर को सौंपा
12-May-2022 07:03 AM
PATNA : बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाला से जुड़ी एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। सृजन घोटाले के 7 अभियुक्तों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दायर की गई नियमित जमानत याचिका को पटना के विशेष पीएमएलए कोर्ट ने बुधवार को खारिज कर दिया। इनमें दो अभियुक्तों को ईडी ने गिरफ्तार किया था जबकि 5 आरोपी ईडी की तरफ से दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग के केस में न्यायिक हिरासत में हैं।
पीएमएलए के स्पेशल कोर्ट ने जिन अभियुक्तों की जमानत याजिता खारिज की है उसमें पीके घोष, विपिन कुमार, जयश्री ठाकुर, संत कुमार सिंह, अमरेन्द्र कुमार यादव, अरुण कुमार और देव शंकर मिश्रा शामिल हैं। ईडी ने पीके घोष अगस्त 2021 जबकि विपीन कुमार को बीते साल ही सितम्बर में गिरफ्तार किया था। वहीं बाकी के पांच अभियुक्त फिलहाल ईडी के मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े केस में न्यायिक हिरासत में हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में ईडी ने इनके खिलाफ पहले ही चार्जशीट दायर कर दिया है। भागलपुर के चर्चित सृजन घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। बाद में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत ईडी ने भी घोटालेबाजों पर मामला दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी। जांच के दौरान पाया गया कि अभियुक्तों ने सरकारी राशि की हेराफेरी कर बड़े पैमाने पर निजी संपत्ति अर्जित की। ईडी मामले में कई अभियुक्तों की संपत्ति भी जब्त कर चुकी है।