Bihar News: बिहार के सबसे बड़े अस्पताल में होगी तीन हजार से अधिक बहाली, दिल्ली AIIMS की तर्ज पर विकसित करने का लक्ष्य Bihar News: बिहार के सबसे बड़े अस्पताल में होगी तीन हजार से अधिक बहाली, दिल्ली AIIMS की तर्ज पर विकसित करने का लक्ष्य Success Story: कौन हैं डॉक्टर से IAS बनीं अर्तिका शुक्ला? जिन्होंने बिना कोचिंग UPSC में लाया 4th रैंक; जानें... सफलता की कहानी Which pulse is Good for Health: शरीर की जरूरत के अनुसार चुनें दाल, जानें किससे मिलेगा ज्यादा फायदा Bihar News: बिहार में दो सगी बहनों की डूबने से मौत, गंगा स्नान के दौरान हुआ हादसा Bihar News: बिहार में दो सगी बहनों की डूबने से मौत, गंगा स्नान के दौरान हुआ हादसा Kerala Congress Controversy: ‘B से बीड़ी और B से बिहार’ केरल कांग्रेस के विवादित पोस्ट पर फजीहत के बाद एक्शन, सोशल मीडिया चीफ को देना पड़ा इस्तीफा Kerala Congress Controversy: ‘B से बीड़ी और B से बिहार’ केरल कांग्रेस के विवादित पोस्ट पर फजीहत के बाद एक्शन, सोशल मीडिया चीफ को देना पड़ा इस्तीफा Patna News: पटना का वांटेड अपराधी शैलेन्द्र यादव गिरफ्तार, देसी कट्टा और कारतूस बरामद SBI Clerk Prelims Exam 2025: SBI क्लर्क भर्ती प्रारंभिक परीक्षा की तारीखें घोषित, 6589 पदों पर होगी बहाली
13-Jan-2021 08:10 AM
RANCHI: प्रेम प्रसंग के एक मामले में जन अदालत लगाकर एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के भाई बैजनाथ महतो समेत 7 लोगों को तेनुघाट कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.
संतोष पांडेय हत्याकांड में सजा
कोर्ट ने बहुचर्चित संतोष पांडेय हत्याकांड में दोषियों को सजा सुनाई है. इससे पहले 4 जनवरी को कोर्ट ने सभी आरोपियों को दोषी करार दिया था. जिन दोषियों को सजा हुई है उसमें शिक्षा मंत्री के भाई बैजनाथ महतो के अलावे गणेश भारती, नेमी पूरी, कैलाश पुरी, जितेंद्र पुरी, नीरज पुरी एवं केवल महतो शामिल है.
जगरनाथ महतो ने लगाई थी अदालत
संतोष पांडेय पर प्रेम प्रसंग के मामले में युवती को लेकर भागने का आरोप लगा था. उस समय के तत्कालीन झामुमो विधायक जगरनाथ महतो ( अब झारखंड के शिक्षा मंत्री) ने जनअदालत लगाई थी. इसमें संतोष को पेश किया गया था. उस दौरान बेरहमी से पीटा गया था. लेकिन इलाज के दौरान 20 मार्च 2014 को संतोष की मौत हो गई थी. संतोष के भाई ने जगरनाथ महतो समेत सभी के खिलाफ बोकारो के नवाडीह थाना में केस दर्ज कराया था, जब इस केस को जांच होने लगी तो एसआईटी ने साक्ष्य के अभाव में विधायक का नाम निकाल दिया था.