पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
11-Mar-2020 02:22 PM
RANCHI : झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन ने झारखंड से राज्यसभा सीट के लिए नॉमिनेशन किया है।इस दौरान उनके साथ मौजूद रहे उनके बेटे और राज्य के सीएम हेमंत सोरेन ने विक्ट्री साइन दिखाया। शिबू सोरेन की जीत तय है।
जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन ने अपना नामांकन पत्र एक सेट में विधानसभा सचिव महेंद्र प्रसाद को सौंपा।इस दौरान जेएमएम के 10 विधायक शिबू सोरेन के प्रस्तावक बने। झारखंड में गठबंधन की ओर से शिबू सोरेन को उम्मीदवार बनाया गया है। बता दें कि जेएमएम के सुप्रीमो शिबू सोरेन इससे पहले 1998 के अलावा 2002 में भी राज्यसभा सांसद रह चुके हैं।
सीएम हेमंत सोरेन के एक सीट दुमका छोड़ने के बाद वर्तमान में विधायकों की संख्या 80 है। ऐसे में पहली सीट के लिए 28 विधायकों की आवश्यकता होगी, इसपर जेएमएम के प्रत्याशी का जीतना तय है। जेएमएम के पास अभी 29 विधायक हैं। कुल 80 विधायकों में से 28 विधायक के बाद 52 विधायक बचते हैं, ऐसे में जो पहली प्राथमिकता के 27 वोट लायेगा, जीत उसकी होगी। वहीं बीजेपी के पास बाबूलाल मरांडी के शामिल होने के बाद अभी 26 विधायक है। ऐसे में बीजेपी को अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए हर हाल में एक वोट की आवश्यकता होगी।
शिबू सोरेन के नॉमिनेशन में सीएम हेमंत सोरेन, नलिन सोरेन, जरगनाथ महतो, मिथिलेश ठाकुर, चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी के अलावा कांग्रेस से बादल पत्रलेख, रामेश्वर उरांव, राजेंद्र सिंह, आलमगीर आलम के अलावा बंधु तिर्की मौजूद रहे।