Bihar Crime News: निगरानी की गिरफ्त में आया बिहार का घूसखोर दारोगा, 5 हजार रिश्वत लेते रंगेहाथ अरेस्ट Bihar News: बिहार में खनिज संपदा की खोज पर सरकार का फोकस, खान एवं भूतत्व विभाग की कार्यशाला में हुआ मंथन Bihar News: बिहार में खनिज संपदा की खोज पर सरकार का फोकस, खान एवं भूतत्व विभाग की कार्यशाला में हुआ मंथन Bihar News: बिहार के सभी DM पहले बात करें..हड़ताल तोड़ने को कहें, नहीं माने तो एक्शन लें, सरकार ने सभी समाहर्ताओं को दी छूट Bihar Dsp: पत्नी-बच्चों के नाम पर 'करोड़ों' की संपत्ति अर्जित करने के आरोपी DSP फंसे, पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट पर शुरू हुई कार्यवाही Buxar News: भारत प्लस ग्रुप ऑफ इंडस्ट्री के दो नए उद्योगों का भूमि पूजन, अजय सिंह बोले- लोगों को रोजगार देना पहली प्राथमिकता Samastipur News: ‘दुष्कर्म के आरोपियों को बचा रही बिहार पुलिस’ VIP नेता देव ज्योति का बड़ा आरोप Samastipur News: ‘दुष्कर्म के आरोपियों को बचा रही बिहार पुलिस’ VIP नेता देव ज्योति का बड़ा आरोप Bihar Police Constable Result: बिहार कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी, 21 हजार से अधिक पदों पर होगी भर्ती; चयनित अभ्यर्थियों में 8 ट्रांसजेंडर भी शामिल India's favourite snack: समोसा कैसे बन गया भारतीय खानपान का अहम हिस्सा, क्या आप जानते हैं भारत में कहां से आया?
28-Sep-2023 01:09 PM
By First Bihar
PATNA : बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने सुप्रीम कोर्ट में SLP दायर किया है।के के पाठक ने टेट शिक्षक संघ बिहार पंचायती राज डायरेक्टर बीएससी अध्यक्ष बीएससी एग्जामिनेशन कंट्रोलर तथा तीन अन्य लोगों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर किया है। यह मामला नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने के खिलाफ बताया जा रहा है।
दरअसल, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक पटना से बाहर हैं और जानकारी थी कि विभागीय कार्यों से वह दिल्ली गए हैं। इसी बीच नियोजित शिक्षकों को सुप्रीम कोर्ट में बिहार सरकार बनाम टीईटी शिक्षक संघ डायरी संख्या 39833/2023 मिला है। इसके साथ प्रदेश के लगभग 4.50 लाख नियोजित शिक्षकों की लंबे समय से मांग रही है कि उन्हें सरकार बिना शर्त राज्य कर्मी का दर्जा दे। इसी बीच शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। पाठक ने 25 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी याचिका दायर की है।
मालूम हो कि, एक ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए संघों के साथ बैठक करते हैं और जल्द दर्जा देने का आश्वासन देते हैं। इतना ही नहीं सीएम के तरफ से कैबिनेट के भी इसको लेकर चर्चा की जाति है और सूत्र बताते है की सीएम नीतीश कुमार की पाठक से बातचीत भी होती है। ऐसे में शिक्षा विभाग इसके विरोध में सुप्रीम कोर्ट में एलपीए दायर कर रहा है। इसके पीछे सरकार और अपर मुख्यसचिव केके पाठक की क्या मंशा है, यह समझना मुश्किल है।
आपको बताते चलें कि, बिहार में नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग काफी समय से लंबित है। बीते सोमवार को हुई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल की बैठक में इस पर निर्णय होने की उम्मीद थी। हालांकि, नीतीश कुमार इसे लेकर शिक्षकों को पहले ही आश्वासन दे चुके हैं।