DELHI: 17वीं लोकसभा के गठन के तकरीबन तीन महीने बाद संसदीय कमिटियों का पुनर्गठन कर दिया गया है. इस पुनर्गठन में बिहार के चार सांसदों को चार प्रमुख संसदीय कमिटियों की कमान मिली है. इनमें ललन सिंह, राधामोहन सिंह, रमा देवी और संजय जयसवाल शामिल हैं.
शुक्रवार की देर रात हुआ एलान
शुक्रवार की देर रात लोकसभा सचिवालय ने नयी संसदीय कमिटियों के गठन की अधिसूचना जारी की. बिहार के मुंगेर से सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को ऊर्जा की संसदीय कमिटी का अध्यक्ष बनाया गया है. पूर्वी चंपारण के सांसद राधामोहन सिंह को रेलवे और पश्चिमी चंपारण के सांसद संजय जयसवाल को जल संसाधन की संसदीय समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. शिवहर से सांसद रमा देवी को सामाजिक न्याय और अधिकारिता की संसदीय कमिटी का प्रमुख बनाया गया है. वित्त मंत्रालय की संसदीय समिति का प्रमुख भाजपा सांसद जयंत सिन्हा को बनाया गया है, पहले कांग्रेस के वीरप्पा मोइली इसके अध्यक्ष हुआ करते थे.
वहीं विदेश मामलों की संसदीय कमिटी की कमान भाजपा सांसद पी पी चौधरी के पास होगी, पहले कांग्रेस के शशि थरूर इसके प्रमुख हुआ करते थे. शशि थरूर को इंफॉर्मेशन टेक्नॉलोजी के संसदीय कमिटी का अध्यक्ष बनाया गया है. कांग्रेस के आनंद शर्मा को गृह मामलों की संसदी कमिटी का हेड बनाया गया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पहले विदेश मामलों की संसदीय कमिटी के सदस्य थे. अब उन्हें रक्षा मामलों की समिति में जगह मिली है. भाजपा के जुअल ओराम इस कमिटी के अध्यक्ष हैं. कांग्रेस के जयराम रमेश को साइंस एंड टेक्नोलॉजी, वन एवं पर्यावरण संबंधी संसदीय कमिटी का प्रमुख बनाया गया है. भाजपा के सत्यनारायण जटिया को मानव संसाधन विकास की संसदीय कमिटी का चेयरपर्सन बनाया गया है. BJP के ही राकेश सिंह को कोयला और स्टील संबंधी संसदीय कमिटी का प्रमुख बनाया गया है.वहीं, भाजपा के भूपेंद्र यादव को कार्मिक और विधि एवं न्याय संबंधी संसदीय कमिटी की कमान मिली है.
बिहार के सांसदों को कहां मिली जगह
बिहार के सांसद पशुपति कुमार पारस और महाबली सिंह को रक्षा मामलों की संसदीय कमिटी का सदस्य बनाया गया है. गिरधारी यादव को वित्त मामलों की संसदीय कमिटी में जगह मिली है. लोकसभा सांसद दिलेश्वर कामत और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को विदेश मामलों की संसदीय कमिटी का सदस्य बनाया गया है. लोकसभा सांसद दुलालचंद गोस्वामी और राज्यसभा सांसद आर सी पी सिंह और राकेश सिन्हा को गृह मामलों की संसदीय समिति में रखा गया है. छेदी पासवान, राजीव प्रताप रूढ़ी और दिनेश चंद्र यादव को ट्रांसपोर्ट, टूरिज्म और कल्चर की संसदीय समिति का सदस्य बनाया गया है. चौधरी महबूब अली कैसर को इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की संसदीय कमिटी में सदस्य बनाया गया है. वहीं चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, अशोक यादव, राज्यसभा सांसद गोपाल नारायण सिंह और अखिलेश प्रसाद सिंह को मानव संसाधन विकास की संसदीय कमिटी में जगह मिली है.
जमुई के सांसद चिराग पासवान को कार्मिक और विधि एवं न्याय संबंधी संसदीय कमिटी का सदस्य बनाया गया है. रामकृपाल यादव और रामनाथ ठाकुर को कृषि मामलों की संसदीय कमिटी में जगह मिली है. डॉ सीपी ठाकुर को ऊर्जा संबंधी संसदीय कमिटी का सदस्य बनाया गया है. सीवान की सांसद कविता सिंह को खाद्य और उपभोक्ता मामलों की संसदीय कमिटी में जगह मिली है. संतोष कुशवाहा और जनार्दन सिंह सिग्रिवाल को पेट्रोलियम की संसदीय कमिटी की सदस्य बनाया गया है. लोकसभा सांसद गोपालजी ठाकुर और मनोज कुमार झा को रेलवे की संसदीय कमिटी का सदस्य बनाया गया है. सुनील कुमार पिन्टू और आर के सिन्हा को शहरी विकास की संसदीय कमिटी में जगह मिली है. प्रदीप कुमार सिंह और अशफाक करीम को केमिकल और फर्टिलाइजर की संसदीय कमिटी का सदस्य बनाया गया है. वहीं वैद्यनाथ प्रसाद महतो और मो. जावेद को ग्रामीण विकास की संसदीय कमिटी में जगह मिली है. सुशील कुमार सिंह और अजय निषाद को कोयला और स्टील संबंधी संसदीय समिति का सदस्य बनाया गया है.