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16-Dec-2020 11:27 AM
PATNA : बिहार विधानसभा की समितियां गठित होने के बाद अब नए सदस्यों के चेंबर का काम शुरू हो गया है. गठित हुई 22 में से 9 समितियां महागठबंधन के दलों को दी गई हैं. आधा दर्जन से अधिक पूर्व मंत्रियों को भी सभापतित्व मिला है. बता दें कि नंदकिशोर यादव को प्राक्कलन समिति का सभापति बनाया गया है तो वहीं प्रेम कुमार को याचिका, नरेंद्र नारायण यादव को जिला परिषद एवं पंचायती राज, दामोदर रावत को राजकीय आश्वासन, विनोद नारायण झा को निवेदन एवं कृष्ण कुमार ऋषि को कृषि एवं उद्योग विकास का सभापति बनाया गया है. राजद विधायक और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को गैर- सरकारी विधेयक विधेयक समिति का सभापति बनाया गया है.
समितियों के गठन के बाद आज विधासनभा अध्यक्ष ने सभी सभापतियों की एक बैठक बुलाई है जिसके बाद विधानसभा के विस्तारित भवन में उनके लिए चेंबर तैयार किए जा रहे हैं. विधानसभा के कर्मी साफ-सफाई के साथ नेम प्लेट चेंबर के बाहर लगाने में जुटे हैं. नए सभापतियों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो, इस बात का ख्याल रखा जा रहा है. बता दें कि सबसे ज्यादा बीजेपी कोटे से सभापति बनाया गया है. वहीं दूसरे नंबर पर आरजेडी को मौका मिला है, जेडीयू तीसरे स्थान पर विधानसभा में 5 सदस्यों के साथ सभापति बनवा पाई है.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के बाद नई सरकार गठन होते ही विधानसभा के अंदर विधानसभा की समितियों को लेकर काफी खींचतान सामने आई थी. तेजस्वी यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी मांगी थी कि किन किन समितियों में राजद को जगह मिलेगी. इसे लेकर खूब बवाल भी मचा था हालांकि विपक्ष की मांग थी कि लोक लेखा समिति विपक्ष के पास ही रहती है जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष को तो दे दी लेकिन विपक्ष का आरोप है कि सत्ता पक्ष ने विपक्ष के मन मुताबिक समितियों का बंटवारा नहीं किया है.