Bihar News: बिहार में यहां 2 बच्चों की डूबने से मौत, मातम में तब्दील हुई मुंडन की खुशियां Bihar Election 2025: मतदान से पहले डिस्पैच सेंटर से बूथ तक EVM की कैसे होती है निगरानी? जानें पूरी डिटेल Bihar Election : लखीसराय में विजय सिन्हा के काफिले पर हमला, DGP को CEC का कड़ा निर्देश ,कहा - तत्काल लें इस मामले में एक्शन रातों-रात सब्जीवाला बन गया करोड़पति: 11 करोड़ की लगी लॉटरी, एक हजार रुपये उधार देने वाले दोस्त को अब देगा एक करोड़ रुपये Bihar Election 2025: वोटिंग के दौरान छपरा में सीपीएम विधायक सत्येंद्र यादव की गाड़ी पर हमला, बाल-बाल बचे Bihar Election 2025: वोटिंग के दौरान छपरा में सीपीएम विधायक सत्येंद्र यादव की गाड़ी पर हमला, बाल-बाल बचे Bihar Election 2025: PM मोदी की जनसभा में उमड़ी भीड़,कहा - तेजस्वी और लालू को इससे ही मिल गया संकेत; जंगलराज वाले का रिपोर्ट जीरो Bihar Election : विजय सिन्हा के काफिले पर हमला,कहा -RJD के गुंडे ने किया है ऐसा काम, SP हैं कायर; अब होगा बुलडोजर एक्शन Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग के बीच धरना पर बैठ गए प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार, क्या है वजह? Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग के बीच धरना पर बैठ गए प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार, क्या है वजह?
13-May-2021 07:52 AM
PATNA : बिहार में वैक्सीनेशन अभियान जोरों शोरों से चल रहा है. इसी बीच एनटीपीसी ने बिहार से वैक्सीन मांगा है. बताया जा रहा है कि कोरोना से बाढ़ बिजलीघर को सुरक्षित चलाने के लिए कर्मियों का टीकाकरण बहुत जरूरी है इसलिए सरकार से वैक्सीन की मांग की गई है. एनटीपीसी ने इसके लिए बिहार के मुख्य सचिव और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को पत्र भी लिखा है और उनसे वैक्सीन के लिए गुहार लगाई है. पत्र में अनुरोध किया गया है कि बाढ़ बिजलीघर कैंपस में वैक्सीन सेंटर बनाकर सभी इंजीनियरों-अधिकारियों और कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाए.
एनटीपीसी की ओर से बिहार सरकार को 4 और 5 मई को ही पत्र लिखा गया है लेकिन अभी तक उनसे अनुरोध पर आश्वासन के अलावा और कोई कार्रवाई नहीं हुई है. यह परेशानी सिर्फ बाढ़ बिजलीघर के लिए ही दिख रही है. एनटीपीसी इस बात को लेकर अधिक चिंतित है कि बाढ़ बिजलीघर का संचालन कही कोरोना के कारण प्रभावित न हो जाए. इस समय वह वॉर स्ट्रैटजी के तहत इसका संचालन कर रहा है. उत्पादन यूनिट के लिए उसने इंजीनियरों-कर्मियों की वैकल्पिक व्यवस्था की है. लेकिन यदि यह टीम भी कोरोना की चपेट में आ गई तो इन यूनिटों के बिजली उत्पादन प्रभावित हो सकता है.
दरअसल, एनटीपीसी पहले से कोरोना संक्रमण से बुरी तरह जूझ रहा है. बड़ी संख्या में इसके इंजीनियर, अधिकारी व कर्मचारी कोरोना की चपेट में हैं. लगभग 150 से अधिक लोग कोरोना की चपेट में हैं. एनटीपीसी ने बाढ़ में ही अपने कैंपस में कोविड सेंटर बनाया हुआ है. यह अस्पताल के रूप में काम कर रहा है लेकिन इसके सारे बेड फुल हैं. बाढ़ बिजलीघर से ही बिहार के सबसे अधिक बिजली मिलती है. यहां से बिहार का कोटा 1100 मेगावाट है, जबकि एनटीपीसी से बिहार को 3600 मेगावाट बिजली मिलती है.
बाढ़ में अभी दूसरे चरण की 660-660 मेगावाट की दो यूनिट से बिजली का उत्पादन हो रहा है जबकि स्टेज-1 के तहत 660-660 मेगावाट की तीन यूनिट का निर्माण कार्य विभिन्न चरणों में है. इस समय 1100 मेगावाट बिजली तो बिना किसी परेशानी के मिल रही है, लेकिन यदि कोरोना संक्रमण के कारण यहां कोई परेशानी हुई तो बिहार को बड़ा झटका लग सकता है.