Life Style: बच्चों और किशोरों की नींद सुधारने के लिए अपनाएं ये आसान उपाय, जानिए... Bihar Crime News: कलयुगी पत्नी ने मायके बुलाकर पति को दिया दूध में जहर, मौत Bihar News: ट्रायल के बाद भी क्यों शुरू नहीं हुई डबल डेकर ओपन बस सेवा? विभाग ने ही लगा दिया पेंच? Bihar Crime News: किसान की गोली मारकर हत्या, अपराधियों ने चेहरे पर की ताबड़तोड़ फायरिंग Patna Encounter: कुख्यात अपराधी अंगेश कुमार एनकाउंटर में घायल, पुलिस पर की थी फायरिंग Bihar News: बिहार में अपराधियों की उलटी गिनती शुरू, भूमाफिया और ड्रग तस्करों के साथ 40 की संपत्ति होगी जब्त Bihar News: अवैध वसूली के आरोप में दो पुलिस पदाधिकारी निलंबित, चार कर्मी ड्यूटी से वंचित Muzaffarpur Encounter: पुलिस की पिस्टल छीन भाग रहा था कुख्यात, अब जीवन भर चलने में होगी दिक्कत Shravani Mela 2025: सुल्तानगंज पहुंचना इस श्रावणी मेले में होगा और आसान, रेलवे का बड़ा फैसला Bihar Monsoon: मॉनसून को लेकर करना पड़ेगा और इंतजार? मौसम विभाग ने गर्मी के बीच बढ़ा दी टेंशन
07-Sep-2024 05:02 PM
By Vikramjeet
HAJIPUR: हाजीपुर में पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान के अपमान का मामला सामने आया है। यहां एक शिक्षण संस्थान में रामविलास पासवान के नाम वाले शिलापट से गटर को ढंका जा रहा था। सोशल मीडिया पर तस्वीरे सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भड़क गए हैं और सोशल मीडिया एक्स पर तस्वीरों को शेयर करते हुए भारी नाराजगी जताई है। उन्होंने चेतावनी दी है कि गलती करने वालो को माफ़ नहीं किया जाएगा।
दरअसल, हाजीपुर रामविलास पासवान और पासवान परिवार की परम्परागत सीट रही है। एक-दो बार नहीं बल्कि रामविलास पासवान इस सीट से 1977 से लेकर लगातार 8 बार सांसद रहे। इस दौरान रामविलास पासवान लगातार केंद्र में मंत्री बने और हाजीपुर के विकास के लिए हर संभव कोशिश करते रहे। रामविलास पासवान ने हाजीपुर में रेलवे जोन, नाइपर, होटल मनेजमेंट के साथ पेट्रोकेमिकल इंस्टीटूट (CIPET ) जैसे रास्ट्रीय संस्थान को स्थापित कराने में अहम भूमिका निभाई। हाजीपुर में संस्थाओ को आज भी रामविलास पासवान के अहम योगदान के तौर पर देखा जाता है।
इन सबके बीच हाजीपुर से एक तस्वीर वायरल हुई जिससे बवाल मच गया। तस्वीर रामविलास पासवान के नेमप्लेट वाले शिलापट की थी, जो हाजीपुर के नामी संस्थान CIPET की थी। CIPET के अंदर खुले मैदान में रामविलास पासवान के नाम वाले नेमप्लेट वाले शिलापट से गटर को ढक रखा गया था। तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुईं और चिराग पासवान तक भी पहुंची।
पिता के अपमान वाली इन तस्वीरों पर चिराग भड़क गए और अपने सोशल मीडिया पर अपने गुस्से का इजहार कर दिया। चिराग ने जिला प्रशासन और संस्थान के अधिकारियों को हड़काते हुए तुरंत नेमप्लेट को सम्मानजनक जगह पर स्थापित करने का फरमान दे दिया। फिर क्या था चिराग के गुस्से को देख संस्थान और अधिकारी हरकत में आये और आनन फानन में शिलापट्ट को चकाचक चमका कर संस्था की दीवार पर लगवा दिया गया।
चिराग ने एक्स पर लिखा, “मीडिया और पत्रकार साथियों के माध्यम से यह सूचना प्राप्त हुई कि हाजीपुर में मेरे नेता, मेरे पिता के नाम की नेमप्लेट का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया, जो कि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस विषय के संज्ञान में आने के बाद मैंने तुरंत कार्रवाई के लिए स्थानीय जिला प्रशासन और सिपेट (CIPET) संस्थान के अधिकारियों से बात की। मैंने निर्देश दिया कि नेमप्लेट को पुनः सम्मानजनक स्थान पर लगाया जाए और ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। मेरे नेता का अपमान किसी भी स्थिति में मुझे कतई बर्दाश्त नहीं है, और इस घटना में जो भी दोषी होगा, उस पर हर हाल में कार्रवाई की जाएगी”।