ब्रेकिंग न्यूज़

JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग! Life Style: हार्ट अटैक से पहले आपका शरीर देता है कई संकेत, अगर यह परेशानी है तो तुरंत टेस्ट कराएं सजना-संवरना बन गया बड़ी मुसीबत: पत्नी ने कराया फेसियल, तो पति ने ससुराल में ही कर दिया बड़ा कांड CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला?

फिर एक बार झारखण्ड रच रहा है इतिहास, पहली बार महिलाएं बन रही हैं मिट्टी की डॉक्टर

फिर एक बार झारखण्ड रच रहा है इतिहास, पहली बार महिलाएं बन रही हैं मिट्टी की डॉक्टर

21-Aug-2019 12:43 PM

By 15

DESK: झारखंड एक बार फिर इतिहास रचने जा रहा है. झारखंड की महिलाएं अब मिट्टी की डॉक्टर बनेगी.झारखंड में ये पहली बार होने जा रहा है जहां हर गांव और हर किसान के लिए अब राज्य में मिट्टी के डॉक्टर होंगे. आपको बता दे की राज्य की हर पंचायत में मिट्टी की एक प्रयोगशाला होग. और इन प्रयोगशाला में मिट्टी की जांच करने के लिए डॉक्टर होंगे, जो ग्रामीण किसानों को बतायेंगे कि उनके खेत की मिट्टी का स्वास्थ्य कैसा है. इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्विटर कर दी है. मुख्यमंत्री द्वारा ट्वीट किये गये वीडियो में बताया गया है कि मिट्टी के डॉक्टर हर किसानों को यह भी बतायेंगे कि जिस खेत में वे खेती कर रहे हैं, उस खेत की मिट्टी कैसी है, और किस प्रकार के फ़सल ऐसी मिट्टी पर उपजाए जा सकते है. साथ ही मिट्टी में कोई दोष होने पर उसे दूर करने के उपाय भी बतायेंगे. खेलगांव के टाना भगत स्टेडियम में सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जहां मुख्यमंत्री रघुवर दास के इन महिलाओं को सम्मानित करेंगे. साथ ही बता दे अब हर खेत का भी अपना हेल्थ कार्ड होगा. 17 लाख किसानों को अपने खेत के लिए हेल्थ कार्ड मिल गया है. वही 350 महिलाओं को मिट्टी के डॉक्टरों के रूप में पहचानपत्र भी दिये जायेंगे.