The Traitors से फैंस के बीच वापसी करेंगे ये सितारे, जानिए क्यों खास होने वाला है यह शो Premenand Maharaj: प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा फिर से स्थगित हुई, सामने आई यह बड़ी वजह Premenand Maharaj: प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा फिर से स्थगित हुई, सामने आई यह बड़ी वजह Bihar Viral Video: बिहार में शराब पार्टी का वीडियो वायरल, जिलाध्यक्ष बनने पर जाम छलकाते नजर आए आरजेडी नेता India Mango Exports: भारत से आम खरीदने वाले देश, लिस्ट में यह मुस्लिम मुल्क़ सबसे आगे Bihar Crime News: रास्ते के विवाद को लेकर खूनी संघर्ष, दो पक्षों के बीच मारपीट में 10 लोग घायल Bihar News: तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार को कुचला, भाई की मौत; बहन गंभीर रूप से घायल Bihar News: तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार को कुचला, भाई की मौत; बहन गंभीर रूप से घायल India vs England Test Series 2025: इंग्लैंड दौरा इन 3 खिलाड़ियों के लिए आखिरी मौका, फ्लॉप हुए तो हमेशा के लिए कटेगा टीम से पत्ता Shilpa Shetty: कम उम्र में खाई हजारों ठोकरें, आज इतने सौ करोड़ की हैं मालकिन
14-Dec-2024 04:13 PM
By First Bihar
PURNEA: माफिया की करतूत को लेकर पूर्णिया अक्सर सुर्खियों में बना रहता है। यहां पिछले दिनों माफिया ने रेल इंजन को ही बेच डाला था तो वही सरकारी स्कूल को भी नहीं छोड़ा था। सरकारी विद्यालय को बेचकर उसका मोटेशन तक करा दिया था। अब एक और हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां जमीन माफिया ने पूर्णिया शहर के बीचों बीच बहने वाली नदी की धार को रोककर उसकी जमीन बेच डाली है अब इस नदी की जमीन पर धड़ल्ले से निर्माण कार्य भी कर रहा है लेकिन ऐसा करने से इनको रोकने वाला कोई नहीं है।
नेशनल हाइवे-31 पर कप्तान पुल से लाइन बाज़ार के बीच ऐतिहासिक कुंडी पुल के अलावे 2 पुल और भी हैं जहां से सौरा की धार बहती थी। जल का श्रोत पूरी तरह बंद हो चुका है और अब उस पर जेसीबी से मिट्टी भराई का काम बड़े पैमाने पर चल रहा है। पुल का दक्षिण भाग पहले ही बाउंड्री निर्माण कार्य से बंद है और अब उत्तरी भाग में निर्माण कार्य चल रहा है ।
इस मामले पर भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री दिलीप जयसवाल ने साफ शब्दों में कहा है कि नदियों की धार और जल श्रोत पर किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता। दिलीप जयसवाल ने पूर्णिया एडीएम रवि राकेश को निर्देश देते हुए कहा कि तुरंत एक सामान्य सूचना प्रेषित कर सभी निर्माण कार्य पर रोक लगाया जाए। एडीएम की निगरानी में 15 से 20 दिनों के अंदर नदियों के जल श्रोत की नापी की जाए तब तक किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य पर पूर्णतः रोक लगाया जाए ।
ग़ौरतलब है कि पूर्णिया में इससे पहले कोर्ट स्टेशन से रेलवे के इंजन को ही बेच दिया गया था। इसके बाद पूर्णिया के सिटी स्थित सरकारी स्कूल को भी बेचकर मोटेशन तक माफिया ने करा दिया था। अब नदी को ही बेचने में माफिया लगे हैं अब देखना यह होगा कि मंत्री जी के आदेश का कितना अमल हो पाता है।