रफ्तार ने ले ली जान: बेलगाम पिकअप ने साइकिल सवार को रौंदा, GMCH में इलाज के दौरान मौत कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद पहली दफे पटना आयेंगे नितिन नबीन, कई कार्यक्रमों में होंगे शामिल, जानिये उनका मिनट टू मिनट प्रोग्राम BIHAR: महिला सिपाही के साथ आर्मी के जवान ने की छेड़खानी, विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश बिहार में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना, 8 रुपये का लालच देकर 5 साल के मासूम के साथ दरिंदगी Bihar News: बालू को लेकर 12 बिंदु पर समीक्षा, डिप्टी CM ने बुलाई हाईलेवल मीटिंग, क्या हैं बारह प्वाइंट्स... Bihar Teacher News: बिहार में प्रधान शिक्षकों को लेकर शिक्षा विभाग ने ले लिया बड़ा फैसला, जारी किए यह निर्देश Bihar Teacher News: बिहार में प्रधान शिक्षकों को लेकर शिक्षा विभाग ने ले लिया बड़ा फैसला, जारी किए यह निर्देश पटना में नितिन नबीन का रोड शो कल, घर से बाहर निकलने से पहले एक बार देख लें रूट चार्ट Bihar News: बिहार के 11 बालू व 8 भू माफियाओं की संपत्ति होगी जब्त, EOU ने ED को भेजा प्रस्ताव Bihar News: बिहार के 11 बालू व 8 भू माफियाओं की संपत्ति होगी जब्त, EOU ने ED को भेजा प्रस्ताव
09-Aug-2021 02:28 PM
DESK: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार ने 9वीं किस्त जारी की है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के खाते में 2 हजार रुपए की किस्त जमा की। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल हुए। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 9.75 करोड़ से ज्यादा किसानों के खाते में 19,508 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए। इस दौरान किसानों को संबोधित कर लाभार्थी किसानों से भी PM मोदी ने बातचीत की।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 9वीं किस्त केंद्र सरकार ने जारी की है जिससे 9.75 करोड़ किसानों को मिला फायदा होगा। आपके बैंक अकाउंट में दो हजार रुपये आए है या नहीं इसे चेक करने के लिए आपको सबसे पहले प्रधानमंत्री किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाना होगा। अब दाहिनी तरफ मौजूद 'Farmers Corner' पर जाएं।
यहां आपको 'Beneficiary Status' का ऑप्शन मिलेगा। 'Beneficiary Status' के ऑप्शन पर क्लिक करें। अब आपके सामने नया पेज खुल जाएगा। नए पेज पर आप आधार नंबर, बैंक अकाउंट नंबर या मोबाइल नंबर में से कोई एक विकल्प चुनना होगा। आपने जिस विकल्प को चुना है, वह नंबर दिए गए स्थान पर डालें। अब आपको 'Get Data' के लिंक पर क्लिक करना है। अब आपके सामने पूरा डेटा आ जाएगा। इसमें पूरी जानकारी आपके समक्ष आपके मोबाइल या कंप्यूटर में दिखने लगेंगे।
यदि आपके खाते में राशि नहीं आया हो तो आपको अपने लेखपाल और जिला कृषि पदाधिकारी से बातचीत करनी होगी। आप केंद्रीय कृषि मंत्रालय के हेल्पलाइन नंबर की मदद ले सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर 155261 या टोल फ्री 1800115526 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप मंत्रालय के इस नंबर (011-23381092) से भी संपर्क कर सकते हैं।
नेशनल सैफ्रॉन मिशन के तहत स्थापित किए गए सैफ्रॉन पार्क के लाभार्थियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बात की। PM मोदी ने अब्दुल नामक एक किसान से यह पूछा कि इससे उनकी कितनी आमदनी बढ़ी है। किसान ने बताया कि सैफ्रॉन पार्क के चलते केसर की खेती से होने वाली आय उनकी दोगुनी हो गई है। सैफ्रॉन पार्क बनने से कश्मीरी केसर को नई पहचान मिली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि अब देश की कृषि नीतियों में इन छोटे किसानों को प्राथमिकता दी जा रही है। भारत कृषि निर्यात के मामले में पहली बार दुनिया के टॉप-10 देशों में शामिल हुआ है। कोरोना काल में देश ने कृषि निर्यात के नए रिकॉर्ड बनाए हैं। आज जब भारत की पहचान एक बड़े कृषि निर्यातक देश की बन रही है तब हम खाद्य तेल की अपनी जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर हैं ये कही से सही नहीं है।
खाने के तेल में आत्मनिर्भरता के लिए अब राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन-ऑयल पाम यानि NMEO-OP का संकल्प लिया गया है। इस मिशन के जरिए खाने के तेल से जुड़े इकोसिस्टम पर 11 हजार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया जाएगा। PM मोदी ने बताया कि बीते 7 सालों में कृषि बजट 512% यानी 5 गुना वृद्धि हुई है। 2013-14 में ये 21 हजार 933 करोड़ रुपए था जो 2020-21 में बढ़कर 1 लाख 34 हजार 399 करोड़ रुपए हो गया है।
PM मोदी ने बताया कि कुछ साल पहले जब देश में दालों की बहुत कमी तो मैंने किसानों से दाल उत्पादन बढ़ाने का आग्रह किया था। मेरे उस आग्रह को किसानों ने स्वीकार किया और परिणाम यह हुआ कि बीते 6 साल में देश में दाल के उत्पादन में लगभग 50% की वृद्धि हुई है। PM मोदी ने बताया कि किसानों से MSP पर अब तक की सबसे बड़ी खरीद सरकार ने की है। जिससे धान उत्पादन करने वाले किसानों के खाते में करीब 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपए और गेहूं उत्पादन से जुड़े किसानों के खाते में लगभग 85 हजार करोड़ रुपए मिल रहे हैं।