ब्रेकिंग न्यूज़

अरवल में आंगनबाड़ी सहायिका की रेप के बाद पीट-पीटकर हत्या, इलाके में सनसनी Bihar Sand Scam: पटना में जब्त बालू का बड़ा खेल...EOU की जांच के बाद बिक्रम थाने में लाईसेंसधारियों के खिलाफ केस दर्ज Bihar Ips Officer: बिहार के 5 IPS अफसरों को मिला नया जिम्मा...आने वाले कुछ दिनों तक प्रतिस्थानी के तौर पर करेंगे काम BIHAR: अब 24 घंटे में बनेगा ड्राइविंग लाइसेंस, परिवहन मंत्री श्रवण कमार ने एजेंसी को दिये सख्त निर्देश सुपौल के लाल मोहम्मद इजहार ने रचा इतिहास, जिले का नाम किया रोशन, मुंबई इंडियंस ने 30 लाख में खरीदा वैशाली में मानव तस्करी और देह व्यापार का खुलासा, दो बहनों का रेस्क्यू, 5 गिरफ्तार बिहार: शहीद जवान अमिताभ बच्चन की प्रतिमा का अनावरण, पत्नी को नियुक्ति पत्र और 43 लाख की अनुग्रह राशि बिहार का दूसरा 'टारजन' दिलबर खान: 1 किलो दाल, 5 लीटर दूध और 50 रोटियों की खुराक से कर रहा हैरान करने वाले स्टंट बिहार पंचायत चुनाव 2026: आरक्षण और निर्वाचन प्रक्रिया पर निर्वाचन आयोग ने दी स्पष्ट जानकारी एक सिपाही ऐसा भी: घायल को कंधे पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया, लोगों के साथ-साथ पुलिस कप्तान ने भी की तारीफ

प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी का पहला बिहार दौरा कल : NU के कैंपस का करेंगे उद्घाटन ; राज्यपाल और सीएम नीतीश भी समारोह में होंगे शामिल

प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी का पहला बिहार दौरा कल : NU के कैंपस का करेंगे उद्घाटन ; राज्यपाल और सीएम नीतीश भी समारोह में होंगे शामिल

18-Jun-2024 05:38 PM

By First Bihar

PATNA : तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी कल यानी बुधवार को पहली बार बिहार पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी 19 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला में नालंदा विश्वविद्यालय के नवनिर्मित कैंपस का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री के साथ मंच पर राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे।


जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी बुधवार की सुबह करीब पौने 10 बजे नालंदा के खंडहरों का भ्रमण भी करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी नालंदा विश्वविद्यालय के परिसर का उद्घाटन करेंगे। इस सम्मेलन में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा कई अन्य गणमान्य लोग भी शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में 17 देशों के मिशन प्रमुख भी शिरकत करेंगे। 


यह विश्वविद्यालय भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन देशों के बीच हुए समझौते के तहत विकसित किया गया है। कुल 455 एकड़ में फैले विश्वविद्यालय के इस परिसर में 100 एकड़ में तमाम तरह के जलाशय़ फैले हुए हैं। इसलिए इस परिसर को कार्बन न्यूट्रल बताया जा रहा है। परिसर को परंपरागत और आधुनिक कला के मिश्रण से बनाया गया है, जिसकी खूब तारीफ हो रही है। यहां पढ़ने और पढ़ाने के लिए देश-विदेश से छात्र और शिक्षक आएंगे।