ब्रेकिंग न्यूज़

दिनारा में जय कुमार सिंह के समर्थन में पहुंचे अरविंद अकेला कल्लू और अनुपमा यादव, रोड शो में उमड़ी भारी भीड़ गयाजी में चुनावी सभा के दौरान सीएम नीतीश कुमार का मंच धंसा, सुरक्षा कर्मियों ने समय रहते बचाया बाप के साथ पार्टी करने आए शख्स ने बेटी की इज्जत लूट ली, आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी के घर पर कर दी चढ़ाई बेलागंज में इकरा हसन की चुनावी सभा: राजद प्रत्याशी डॉ. विश्वनाथ के लिए मांगा वोट, तेजस्वी यादव भी रहे मौजूद Advani Birthday: पीएम मोदी ने भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी से की मुलाकात, जन्मदिन की दी शुभकामनाएं; कहा- उनका जीवन राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित Advani Birthday: पीएम मोदी ने भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी से की मुलाकात, जन्मदिन की दी शुभकामनाएं; कहा- उनका जीवन राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित वजीरगंज में बसपा के रोड शो में उमड़ी भारी भीड़, जनसैलाब को देख गदगद हो गये चिंटू भैया, बोले..बदलाव निश्चित Bihar Election 2025: चुनावी सभा में पवन सिंह के नहीं पहुंचने पर बवाल, नाराज समर्थकों ने तोड़ी कुर्सियां; विपक्ष पर साजिश का आरोप Bihar Election 2025: चुनावी सभा में पवन सिंह के नहीं पहुंचने पर बवाल, नाराज समर्थकों ने तोड़ी कुर्सियां; विपक्ष पर साजिश का आरोप विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला का उद्घाटन कल, देश-विदेश से सैलानियों का आना शुरू

पीके ने केन्द्र और राज्य सरकारों को बताया बेशर्म, बोले- मजदूरों को उनके हाल पर भाग्य भरोसे छोड़ा

पीके ने केन्द्र और राज्य सरकारों को बताया बेशर्म, बोले- मजदूरों को उनके हाल पर भाग्य भरोसे छोड़ा

08-May-2020 01:00 PM

PATNA : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने केन्द्र और राज्य सरकारों को बेशर्म बताया है। उन्होनें कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारों ने एक दूसरे पर जवाबदेही डाल कर मजदूरों को उनके हाल पर भाग्य भरोसे छोड़ दिया है।औरंगाबाद रेल हादसे में मजदूरों की मौत के बाद प्रशांत किशोरअपना गुस्सा जाहिर किया है। 


प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में लिखा है कि गुमनाम प्रवासी श्रमिक जीवन में और मौत के बाद भी केवल आंकड़ों तक ही सीमित हैं। कुछ अपवादों को छोड़ दें तो केंद्र और राज्य दोनों ने उनको  भाग्य और समाज की दया पर बेशर्मी से छोड़ दिया है।


प्रशांत किशोर लगातार प्रवासी मजदूरों का मुद्दा उठा रहे हैं इससे पहले भी उन्होनें ट्वीट कर लिखा था कि  महीनों से देश भर में प्रवासी मज़दूरों के साथ जो हो रहा है वो इस बात का प्रमाण है कि अगर आपकी संख्या बड़ी है तो आप भाग्यविधाता तो कहे जा सकते हैं लेकिन अगर आपके पास संसाधन नहीं हैं या आप किसी मज़बूत समूह का हिस्सा नहीं है तो आप सरकारों की प्राथमिकता नहीं हो सकते।


प्रशांत किशोर ने ट्वीट के जरिए केन्द्र और राज्य सरकारों पर बड़ा हमला बोला है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि मजदूरों के साथ सरकार दोयम दर्जे का व्यवहार कर रही है। केन्द्र सरकार और राज्य सरकारें अपने यहां से मजदूरों को वापस भेज कर अपनी जिम्मेवारियों की खानापूर्ति करते दिख रही है। मजदूरों के बारे में इनके पास ज्यादा सोचने का वक्त नहीं है। उन्हें घर पहुंचा कर उनके हाल पर भाग्य भरोसे छोड़ दिया है। न तो उनके रहने की सहीं व्यवस्था और न ही खाने-पीने की कोई व्यवस्था है।