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06-May-2022 07:26 PM
PATNA : बिहार में जन सुराज अभियान का बिगुल बजाने वाले प्रशांत किशोर अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीधे टकरा गए हैं। प्रशांत किशोर ने जब अपने अभियान को लेकर गुरुवार के दिन बातचीत की थी तो उन्होंने लालू यादव और नीतीश कुमार को एक साथ खड़ा कर दिया था।
पीके ने कहा था कि पिछले 30 साल में बिहार के 2 बड़े नेताओं में शासन करने के बावजूद बिहार का पिछड़ापन दूर नहीं किया। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीके के बयान को ज्यादा महत्व नहीं दिए जाने की बात कही थी और अब प्रशांत किशोर ने समझा दिया है कि दरअसल उनकी बात का महत्व क्यों है।
चुनावी रणनीतिकार से सियासी रास्ते पर उतरने को तैयार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया सामने आने के बाद सीधा जवाब दिया है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि महत्व सत्य का होता है और सच यही है कि बिहार आज भी पिछड़ा हुआ है।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट करते हुए लिखा है.. नीतीश जी ने ठीक कहा - महत्व #सत्य का है और सत्य यह है कि 30 साल के लालू-नीतीश के राज के बाद भी बिहार आज देश का सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य है। बिहार को बदलने के लिए एक नयी सोंच और प्रयास की ज़रूरत हैं और यह सिर्फ़ वहाँ के लोगों के सामूहिक प्रयास से ही सम्भव है।
अपने इस सीधे काउंटर से प्रशांत किशोर ने बिहार की राजनीतिक समझ से रखने वाले लोगों को यह मैसेज भी दे दिया है कि अपने मिशन को पूरा करने के लिए वह नीतीश कुमार की चुनौती लेने को तैयार हैं। प्रशांत किशोर के ऊपर यह संदेह जताया जा रहा था कि भविष्य में वह नीतीश कुमार के साथ आ जाएंगे या नीतीश कुमार के हिडन प्लान का वह कोई हिस्सा हो सकते हैं।
लेकिन अब प्रशांत किशोर नीतीश को सीधे चुनौती दे रहे हैं। प्रशांत किशोर ने बिहार में नीतीश कुमार की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी आधारभूत संरचना अभी भी पिछड़ेपन का शिकार है और केंद्र सरकार की रिपोर्ट ही राज्य के कामकाज की कलई खोलती है। देखना होगा कि नीतीश को पीके ने जिस तरह जवाब दिया है उसके बाद जेडीयू का क्या रुख होता है।