Vande Metro Train: बिहार की पहली वंदे मेट्रो ट्रेन...इस रूट पर दौड़ेगी यह रेलगाड़ी,जानें Civil service day : भ्रष्टाचार के दलदल में डूबता steel frame of india... सिविल सेवा दिवस पर विशेष रिपोर्ट, सरदार पटेल होते, तो आज दुखी होते! Bihar Weather Update: थमी बारिश, अब चढ़ेगा पारा! तापमान 40 डिग्री पार, गर्मी से बेहाल होंगे लोग Bihar cyber crime: साइबर अपराधियों का नया नेटवर्क उजागर, क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ठगी का पैसा भेजा जा रहा विदेश! Industrial Township Bihar: रोजगार और सुविधाओं का केंद्र बनेगा बिहार Ayush Mhatre: आयुष म्हात्रे ने पहले ही मैच में तोड़ा 18 साल पुराना रिकॉर्ड, विस्फोटक बल्लेबाजी देख फैंस बोले “इसे अब तक बचाकर क्यों रखा था” बेतिया में ग्रामीणों का इंसाफ: गांव की लड़की से छेड़खानी करने वाले 2 मनचलों को जमकर पीटा, चेहरे पर कालिख लगाकर चप्पल से पिटाई का Video Viral Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई गैंग में धड़ल्ले से हो रही युवाओं की भर्ती, चुनौती से निपटने के लिए पुलिस ने तैयार किया मास्टरप्लान वर्दी का ख्वाब साकार कर रहे हैं अजय सिंह, फिजिकल की तैयारी के लिए युवाओं को दे रहे हाई जम्पिंग गद्दा कर्नाटक में पूर्व DGP की हत्या, पत्नी पर लगा संगीन आरोप, बिहार के रहने वाले थे ओम प्रकाश
06-Jan-2022 10:52 AM
By RANJAN
KAIMUR : कैमूर जिले के पीएचईडी विभाग द्वारा भभुआ प्रखंड के अखलासपुर पंचायत के वार्ड नंबर 3 और सात में लगभग ढाई हजार ग्रामीणों के घरों में नल का जल पहुंचाने के लिए करोड़ो रुपए की लागत से 5 साल पहले योजना लगाई गई थी। करोड़ों खर्च के बाद भी नहीं मिला ग्रामीणों को नल का जल तो फिर उसी पुरानी योजना पर एक करोड़ सत्रह लाख रुपए से नई योजना पास हो गई। जहां 80% राशि खर्च करने के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिल रहा एक बूंद पानी, ग्रामीण हो रहे परेशान। यह बिहार सरकार के महत्वकांक्षी योजना में शामिल नल जल योजना है। सरकार के लाख प्रयास के बावजूद 3 करोड से अधिक खर्च होने पर भी नहीं मिल रहा है एक बूंद पानी ग्रामीण परेशान।
दरअसल भभुआ प्रखंड के अखलासपुर पंचायत के वार्ड तीन और सात में 5 साल पहले नल जल योजना एक करोड़ से अधिक रुपए की लागत से लगाई गई थी। कुछ जगह पाइप बिछा दिया गया लेकिन यह योजना सक्सेज नहीं हुआ। जिसके बाद इस योजना को मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में शामिल कर इसी नल जल को पुनः फरवरी 2020 में शुरू कराने के लिए एक करोड़ सतहतर लाख रुपए पास कर दिए गए। नल जल योजना को चालू कराने के लिए 80% राशि भी निकासी कर ली गई लेकिन धरातल पर सभी घरों तक नहीं पहुंच सका नल जल का पाइप और ना ही शुद्ध से एक माह भी ग्रामीणों को मिल पाया नल से जल। ग्रामीण अधिकारियों से नल जल योजना को चालू कराने का लगा रहे गुहार, 27 दिसंबर को कैमूर पहुंचे कैमूर के प्रभारी मंत्री पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान ने 24 घंटे के अंदर नल जल योजना को चालू कराने का स्कूटी पीएचईडी को दिया था आदेश, उसके बाद भी अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान ।अधिकारियों के लापरवाही के कारण 3 करोड़ से अधिक खर्च होने के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिल रहा पानी।
ग्रामीण सुशील कुमार बताते हैं पिछले 5 सालों से नल जल योजना यहां पर बैठा हुआ है लेकिन इन 5 सालों में 20 बार भी इस नल से जल नहीं मिल पाया। ईतने सालों में 10-20 बार चला भी तो गंदा पानी और बालू दे रहा था उसको चला कैसे माना जाए। जब भी यहां पर अधिकारी आते हैं हम लोग शिकायत करते हैं। कोई योजना का यहां बोर्ड भी नहीं लगा है। वार्ड नंबर 3 और 7 को पानी देने के लिए इस योजना को लगाया गया था करोड़ों रुपए हो चुके हैं खर्च।
वार्ड सदस्य प्रतिनिधि दीनदयाल तिवारी बताते हैं इसके लगे चार-पांच साल हो गए लेकिन कभी पानी चला ही नहीं। अगर 10 मिनट चालू भी हुआ तो तुरंत मोटर जल जाता था क्योंकि इसमें से सिर्फ बालू निकलता था । कभी भी शुद्ध से इस नल से जल नहीं मिला। हम लोगों ने कई बार लिखित आवेदन दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रहा है। सभी जगह पाइप भी अच्छे से नहीं बिछाया गया है और कुछ बिछा भी है तो चारों तरफ पाइप में लीकेज है।
पीएचइडी के स्कूटी बताते हैं हमारा अखलासपुर में नल जल योजना धरातल पर चल रहा है। वार्ड नंबर 13 में सिर्फ बिजली की समस्या थी जो सट आउट करा लिया जाएगा, एक करोड़ सतहतर लाख रुपए का यह योजना है जिसके तहत 2595 हाउस कनेक्शन देना था जिसमें 1195 हाउस कनेक्शन दे दिया गया है। छोटी-मोटी परेशानियां होगी उसे 24 घंटे में दुरुस्त करा लिया जाएगा और सभी नल जल 24 घंटे में दुरुस्त करा लिया जाएगा ।