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01-Dec-2024 03:33 PM
PATNA: पटना में एक कलयुगी पिता की करतूत सामने आई है। जहां 14 साल बाद घर लौटे बेटे-बेटियों को पिता ने पिटाई कर दी और घर से भगा दिया। बेटे शुभम का आरोप है कि 2010 में पिता उमाशंकर ने उनकी मां शर्मिला सिंह की हत्या कर दी थी। जिसके बाद पिता ने बहन के साथ उसे भी घर से निकाल दिया था और दूसरी शादी रचा ली थी। लेकिन आज तक पिता उमाशंकर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी।
शुभम ने बताया कि उनके पिता उमाशंकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबियों में से एक है जिसके चलते उस वक्त कार्रवाई नहीं की गयी थी। जबकि मां की हत्या उन्ही ने की थी। शुभम ने आगे बताया कि उनके पिता उमाशंकर ना कोई सरकारी नौकरी करते हैं और ना ही किसी पद पर हैं लेकिन ऑफिसर फ्लैट के सी-308 में कब्जा जमाये हुए हैं और आज भी वही रह रहे हैं। सरकारी फ्लैट पर उनके पिता कई साल से कब्जा जमा बैठे हैं। 2010 में उनकी मां की हत्या पिता ने ही की थी। इससे पहले से वो इस फ्लैट में रह रहे थे।
10 साल की उम्र में शुभम को पिता काफी प्रताड़ित करते थे। पिता की प्रताड़ना से वो काफी परेशान था। पिता ने 13 साल पहले शुभम की पिटाई की और घर से बाहर निकाल दिया था। उसके जाने के 5 साल बाद दोनों छोटी बहनों को भी पिता ने घर से निकाल दिया था और दूसरी शादी रचा ली थी। सौतेली मां ने भी कभी शुभम और उसकी दोनों बहनों को साथ रखने की इच्छा नहीं जतायी। पिता के इस कदम के बाद दोनों बहन शुभम के पास चली गयी। किसी तरह वो अपना और अपनी बहनों का भरण पोषण किया। शुभम ने जैसे-तैसे पढाई की और अच्छी कंपनी में नौकरी करने लगा। बहनों की भविष्य की चिंता उसे सताने लगी।
जिसके बाद वो बहनों को लेकर पिता के पास पहुंच गया लेकिन उमाशंकर ने बेटे-बेटियों को घर में घुसने नहीं दिया। जब दो छोटी बहनों को लेकर न्याय के लिए शुभम कोतवाली थाने में पहुंचा तो वहां उसने पिता के खिलाफ पुलिस को आवेदन दिया। जिसके बाद पुलिस ने उमाशंकर को थाने पर बुलाकर समझा-बूझाकर बच्चों को साथ रखने को कहा। तब उमाशंकर ने दो बेटियों और बेटे को घर ले गये। लेकिन पुलिस के वहां से जाने के बाद पिता ने बेटे शुभम पर हमला कर दिया जिससे उसका सिर फट गया। शुभम बुरी तरह से लहुलुहान होकर घायल हो गया।
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पिता को हिरासत में लिया और घायल शुभम को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। लेकिन आरोपी पिता उमाशंकर थाने से फरार हो गया। अब पुलिस फरार पिता उमाशंकर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। वही शुभम और उसकी दोनों बहनें पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई कर पाती है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि आरोपी उमाशंकर इतने साल से ऑफिसर्स फ्लैट में कैसे रह रहा है। यह भी जांच का विषय है कि कैसे बिना किसी पद पर रहते हुए उमाशंकर ने ऑफिसर्स फ्लैट में कब्जा जमा रखा है।