ब्रेकिंग न्यूज़

कटिहार में हाई टेंशन तार की चपेट में आया युवक, गंभीर रूप से झुलसा, आक्रोशित लोगों ने NH को किया जाम मुंगेर में नौकरी के नाम पर 34.83 लाख की ठगी, एक आरोपी जमशेदपुर से गिरफ्तार, दूसरा फरार BIHAR CRIME: वैशाली में दूध कारोबारी को अपराधियों ने मारी गोली, हालत नाजुक प्रशांत किशोर का बड़ा हमला: "बिहार में सरकार का इकबाल खत्म", तेजस्वी को बताया 'कट्टा बांटने वाला नेता' पटना में फिर गोलियों की गूंज: वकील के बाद अब युवक को मारी गोली, इलाके में दहशत मोतिहारी: 5 दिन से लापता किशोरी का शव नदी में मिला, इलाके में मचा हड़कंप सासाराम सदर अस्पताल में नवजात की मौत पर बवाल, सांसद और डॉक्टर के बीच हुई तीखी बहस अजय सिंह के नेतृत्व में बखोरापुर में शहीद स्मृति क्रिकेट टूर्नामेंट का सफल आयोजन, इटाहाना ने जीता खिताब Bihar Education News: ‘शिक्षकों का काम सिर्फ 9 से 4 बजे की नौकरी नहीं’ अल्पसंख्यक स्कूलों के निरीक्षण के दौरान बोले एस.सिद्धार्थ Bihar Education News: ‘शिक्षकों का काम सिर्फ 9 से 4 बजे की नौकरी नहीं’ अल्पसंख्यक स्कूलों के निरीक्षण के दौरान बोले एस.सिद्धार्थ

पटना में उर्दू-बांग्ला टीईटी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, रिजल्ट में संसोधन करने की मांग

पटना में उर्दू-बांग्ला टीईटी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, रिजल्ट में संसोधन करने की मांग

28-Jun-2022 12:10 PM

PATNA: उर्दू-बांग्ला टीईटी अभ्यर्थी बिहार सरकार से रिजल्ट जारी करने की मांग कर रहे हैं. अपनी मांग को लेकर अभ्यर्थी जेडीयू के एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी के आवास पर पहुंचें. इस दौरान अभ्यर्थियों ने अपनी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किए. इस पर एमएलसी बलियावी ने कहा कि मैंने कई बार इसको संज्ञान में लाया है. सरकार प्रयास कर रही है. जो संभव होगा, उस दिशा में कार्य किया जाएगा. 


अभ्यर्थियों का कहना है कि 12000 उर्दू- बांग्ला टीईटी का मेरिट लिस्ट में नाम आया था. बावजूद इसके उनलोगों को फाइनल परिणाम में फेल कर दिया गया. इस वजह से अभ्यर्थी लगातार आत्म हत्या कर रहे हैं. रिजल्ट नहीं आने से कई अभ्यर्थी डिप्रेशन में हैं. अभ्यर्थियों के साथ हो रहे अन्याय के जिम्मेदाब सिर्फ सीएम नीतीश कुमार हैं. 


अभ्यर्थियों ने बताया कि 7 सालों से सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है. लेकिन इस विषय पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. सरकार को यदि परिणाम में बदलाव नहीं करना है, तो सामने आकर इस बारे में जानकारी दें. हमारी मांगों को ठंडे बस्ते में रख दिया गया है. हम लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों के सामने अपनी मांग रखीं. लेकिन कोई आश्वासन नहीं दिया गया.