India-Pakistan Tension: टेरिटोरियल आर्मी को लेकर रक्षा मंत्रालय ने जारी किया आदेश, जरूरत पड़ी तो जंग के मैदान में जाएंगे लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी? India-Pakistan Tension: टेरिटोरियल आर्मी को लेकर रक्षा मंत्रालय ने जारी किया आदेश, जरूरत पड़ी तो जंग के मैदान में जाएंगे लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी? Bihar Crime News: बिहार में ATM कैश वैन से 70 लाख की चोरी, पलक झपकते ही पैसे उड़ा ले गए शातिर Bihar Crime News: बिहार में ATM कैश वैन से 70 लाख की चोरी, पलक झपकते ही पैसे उड़ा ले गए शातिर India-Pakistan Tension: सीमा पर पाक आर्मी की तरफ से भीषण गोलीबारी, भारतीय सेना दे रही मुंहतोड़ जवाब; अमृतसर-पठानकोट-जम्मू में ब्लैकआउट India-Pakistan Tension: सीमा पर पाक आर्मी की तरफ से भीषण गोलीबारी, भारतीय सेना दे रही मुंहतोड़ जवाब; अमृतसर-पठानकोट-जम्मू में ब्लैकआउट Bihar Politics: सीएम नीतीश कुमार का बेगूसराय दौरा, मुख्यमंत्री ने करोड़ों की योजनाओं की दी सौगात Bihar News: VTR के जंगलों में लगी भीषण आग, वन्यजीवों की जान पर मंडराया खतरा Bihar News: बिहार में भीषण सड़क हादसा, चार साल के मासूम की मौत, पांच लोग घायल Bihar Crime News: बिहार में यूरिया लदे ट्रक को ले भागे बदमाश, CCTV में कैद हुई चोरी की वारदात
09-Jun-2023 07:56 PM
By First Bihar
PATNA: ओडिशा के बालासोर में हुए भयंकर रेल हादसे को लेकर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने बिहार सरकार पर जोरदार हमला बोला है। सुशील मोदी ने कहा है कि भीषण रेल हादसे के बाद बिहार सरकार ने न तो हेल्प डेस्क बनाया और ना ही अपने किसी मंत्री को ही बालासोर भेजा। उन्होंने कहा कि राज्य के 21 यात्री अब भी लापता हैं लेकिन परिजनों को सरकार से कोई मदद नहीं मिली। सुशील मोदी ने कहा है कि रेल मंत्री से इस्तीफा मांगने वाले लोगों ने पीड़ितों के लिए कुछ भी नहीं किया।
सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बालासोर रेल दुर्घटना के बाद से लापता बिहार के 21 लोगों की खोज करने में राज्य सरकार कोई मदद नहीं कर रही है। ओडिशा रेल दुर्घटना पर बिहार में राजनीतिक बयानबाजी तो खूब हुई लेकिन बालासोर में बिहार सरकार ने न कोई हेल्प डेस्क बनाया, न अपनों की तलाश में वहां पहुंचने वाले बिहार के लोगों के लिए कहीं ठहरने और भोजन करने की व्यवस्था ही की।
उन्होंने कहा कि दुर्घटना में मौत के शिकार हुए या अब तक लापता लोगों के परिजनों की सहायता तभी अच्छी तरह से होती, जब इसकी मानीटरिंग के लिए सरकार ने किसी वरिष्ठ मंत्री को वहां कैम्प कराया होता। लापता लोगों के गरीब परिजन अपने सीमित साधन से बालासोर गए, दर-दर भटके और पैसा खत्म होने पर मायूस होकर वापस लौट आए।
सुशील मोदी ने कहा कि किसी शव की पहचान के लिए डीएनए और ब्लड टेस्ट की जरूरत पड़ती है। इसके लिए भी वहां बिहार सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की। राजनीतिक विरोध को परे रख कर जब ममता बनर्जी बालासोर पहुंचीं और बंगाल सरकार की तरफ से राहत कार्यों में 40 बसें लगायी गई, तब सीएम नीतीश कुमार बालासोर क्यों नहीं गए? उन्होंने कहा कि जो लोग रेल मंत्री का इस्तीफा मांग रहे थे, उन्होंने पीड़ित परिवारों की क्या मदद की?