CBSE 10th Result 2025: सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट जल्द होगा जारी, जानिए.. कब और कहां आएगा परिणाम, कैसे करें चेक? Bihar Vehicle Rules 2025: बिहार में दूसरे राज्यों की गाड़ी चलाने वालों की अब खैर नहीं, इन नियमों का पालन नहीं किया तो धो बैठेंगे अपने वाहन से हाथ Kedarnath Dham history: केदारनाथ धाम के कपाट खुले, भक्तों की उमड़ी भीड़ ...जानिए इस दिव्य धाम की पौराणिक कथा और इतिहास NEET Paper Leak: संजीव मुखिया के साथ DIG का रिश्तेदार भी था शामिल, CBI की जांच में बात आई सामने, कौन है वो... Bihar Vidhansabha Election 2025: "विधायक चुराने वालों को सीमांचल सबक सिखाएगा", पिछली बार से भी अधिक सीटें जीतने के लिए ओवैसी का मास्टरप्लान Jitan Ram Manjhi: जातीय जनगणना पर जीतनराम मांझी का तेजस्वी पर तंज... 30 साल पहले किसका राज था? Wedding jewellery ownership: शादी में मिले गहनों पर किसका हक? हाईकोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला Shikhar Dhawan Girlfriend: फिर घोड़ी चढ़ने वाले हैं गब्बर? कौन है उनकी यह आयरिश गर्लफ्रेंड.. जिसके लिए धवन ने खुलेआम किया प्यार का इजहार? IPL 2025: पिछली पारी में शतक के बाद अगली पारी में सिल्वर डक, दीपक चाहर ने कुछ इस तरह वैभव को किया 0 पर चलता Gold wearing rules: सोना पहनने से पहले जान लें ये जरूरी बातें, वरना हो सकता है नुकसान
20-Apr-2024 08:57 AM
By First Bihar
PATNA : बिहार की कई सीटों पर इस बार निर्दलीय उम्मीदवारों ने दोनों गठबंधनो के घटक दलों की नींद उड़ा दी है। ये निर्दलीय प्रत्याशियों में कई हार-जीत का गणित बिगड़ने का दम भी रखते हैं। जिसमें पूर्णिय से पप्पू यादव, सीवान से हिना शहाब और नवादा से राजद के बागी विनोद यादव शामिल हैं। इसकी वजह है कि पिछले (2019) लोकसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे प्रत्याशियों ने एक से लेकर 27 प्रतिशत तक वोट हासिल किये थे।
दरअसल, लोकसभा चुनाव हो या अन्य चुनाव। हर जगह सत्तापक्ष और विपक्ष के बाद यदि तीसरा कैंडिडेट मजबूत हो तो वह परिणाम को प्रभावित कर सकता है। इस बार के लोकसभा चुनाव में भी कई सीटों पर त्रिकोणीय लड़ाई के आसार हैं। ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि तीसरे की दमदार मौजूदगी क्या रंग दिखाती है।
मालूम हो कि, वर्ष 2019 के चुनाव में तीसरे स्थान पर रह कर सबसे अधिक वोट किशनगंज में एआईएमआईएम के उम्मीदवार अख्तरूल ईमान को मिले थे। जो करीब 27 प्रतिशत थे। यही कारण था कि 33.32 प्रतिशत वोट लाकर कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद जावेद यहां से विजयी हुए थे। पिछली बार मधुबनी में कांग्रेस के बागी तथा निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. शकील अहमद को 13.65 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे। यहां पर दूसरे स्थान पर रहे वीआईपी के बद्री प्रसाद पूर्वे को शकील अहमद से मात्र एक प्रतिशत अधिक वोट मिले थे।
उधर, मधेपुरा में जाप उम्मीदवार पप्पू यादव 8.51 प्रतिशत वोट लाये थे। बांका में तीसरे स्थान पर रही निर्दलीय उम्मीदवार पुतुल कुमारी को भी 10.62 प्रतिशत वोट मिले थे। बक्सर में बसपा उम्मीदवार ने 8.13 प्रतिशत वोट लाकर तीसरा स्थान प्राप्त किया था। सासाराम में बसपा उम्मीदवार 8.86 प्रतिशत वोट लाकर तीसरे स्थान पर थे। बसपा के उम्मीदवार को वाल्मीकिनगर में भी 6.1 फीसदी वोट प्राप्त हुए थे। वहीं, सीवान में माले उम्मीदवार को 7.58 प्रतिशत मत मिले थे।