ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: अश्विनी हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, घटना के दो महीने बाद पुलिस ने दबोचा बेगूसराय में बाढ़ का कहर: 12 घंटे में 7 की मौत, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप BIHAR: गंगा नदी में 100 KM बहकर बचा शख्स, बेंगलुरु से आने के बाद पटना में लगाई थी छलांग Bihar News: बिहार में पानी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी

नालंदा शराब कांड : पोस्टर चिपकाए जाने के विरोध में माले नेताओं का उग्र प्रदर्शन, मौके पर पहुंचे CO

नालंदा शराब कांड : पोस्टर चिपकाए जाने के विरोध में माले नेताओं का उग्र प्रदर्शन, मौके पर पहुंचे CO

29-Jan-2022 12:47 PM

NALANDA : छोटी पहाड़ी जहरीली कांड मामले में लोगों के घरों पर पोस्टर चिपकाए जाने के विरोध में माले नेताओं ने जिला पदाधिकारी के कार्यालय का घेराव कर उग्र प्रदर्शन किया. भारी संख्या में माले नेताओं के साथ छोटी पहाड़ी के लोग इस प्रदर्शन में शामिल थे. मौके की नजाकत को देखते हुए जिला समाहरणालय में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं. 


सूचना मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी मौके पर पहुंची और लोगों को शांत कराने की कोशिश की मगर प्रदर्शनकारी नहीं माने. इधर प्रदर्शनकारियों से जिला समाहरणालय के सामने का सोगरा मैदान पूरी तरह से भर गया. 


दरअसल पिछले दिनों सो सराय थाना इलाके के छोटी पहाड़ी में जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत हो गई थी और 2 लोगों की आंख की रोशनी चली गई. उसके बाद जिला प्रशासन द्वारा यहां के 60 से अधिक घरों में पोस्टर चिपका दिए गए. उनमें से कुछ शराब माफिया भी थे और कुछ निर्दोष लोग इसी के विरोध में आज माले नेताओं ने प्रदर्शन किया है. हालांकि प्रशासनिक अधिकारी अन्य मकानों के कागजात दिखाने को कह रहे हैं. जबकि पूरे पहाड़ के ऊपर करीब 5000 से अधिक मकान बने हुए हैं. ऐसे परिवेश में यह गरीब कहां से काग जात दिखा पाएंगे. यह सोचने वाली बात है.