Pm Modi In Bihar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने क्या कहा ? एक-एक बात को जानिए... Bihar News: सदर अस्पताल में 38 लाख की अवैध निकासी, मचा हड़कंप Bihar News: PM मोदी पर हमलावर हुए RJD प्रदेश अध्यक्ष, बताई ताबड़तोड़ यात्राओं की असली वजह Bihar Crime News: 10 वर्षीय मासूम की चाकू गोदकर हत्या, आरोपी भी नाबालिग Bihar Job: सरकारी स्कूलों में भरे जाएंगे 15 हजार पद, युवाओं के पास लाइब्रेरियन, क्लर्क और चपरासी बनने का सुनहरा अवसर Road Accident: भतीजे ने चाचा को मारी चाकू, घायल हालत में गाड़ी चलाते वक्त हुआ दर्दनाक एक्सीडेंट; कई जख्मी Bihar News: हटाए जाएंगे बिहार के सभी DCLR, पटना हाईकोर्ट का आदेश; मिली इतने दिनों की मोहलत Bihar Election: एक्शन में आया चुनाव आयोग, टीम जल्द करेगी बिहार का दौरा; सभी DM के लिए निर्देश जारी Life Style: इन चीजों को खाने से पहले जरूर भिगोएं, नहीं तो सेहत को हो सकता है नुकसान Bihar Teacher: राज्य के 26,000 से ज्यादा शिक्षकों का तबादला, लिस्ट के साथ सामने आई नई जानकारी
24-Jun-2022 01:33 PM
GAYA: आरजेडी के पूर्व सांसद सह बेलागंज विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव समेत सात नेताओं के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। बिहार के गया में व्यवहार न्यायालय के पोक्सो कोर्ट में उनके खिलाफ गुरुवार को आरोप गठित किया गया है। आपको बता दें कि पॉक्सो कोर्ट के विशेष जज असिताभ कुमार की अदालत में आरोपी सुरेंद्र यादव, पूर्व सांसद रामजी मांझी, सरस्वती देवी, आभालाता, नेजामुद्दीन, आलोक मेहता, यशराज सदेह मौजूद रहे। इन सभी पर आरोप है कि कोंच थाना क्षेत्र में हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना में इन्होने पीड़ित का चेहरा उजागर कर दिया था। विशेष लोक अभियोजक कैसर सरफुद्दीन ने पॉक्सो को इसकी जानकारी दी थी।
मामला बेतिया में चलती बस में गैंगरेप से जुड़ा हुआ है। दरअसल, 15 जून 2018 को ये घटना घटी थी। इस मामले के सूचक कोंच थाना के पुलिस अवर निरीक्षक राजकुमार यादव के बयान पर अभियुक्तों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई थी। घटना के बाद कोंच थाना कांड संख्या 195/18 के नाबालिग दुष्कर्म पीड़ित को मेडिकल जांच के लिए पुलिस मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाइ। जांच में पता चला कि लड़की का रेप हुआ है। इस चर्चित मामले में मां और उसकी नाबालिग बेटी से नौ-दस लोगों ने रेप किया था।
इसके अलावा, इसी मामले में पीड़िता की जांच के बाद लौटने के दौरान अस्पताल परिसर में ही इनके 25-30 लोगों ने पुलिस की गाड़ी को घेर लिया और पीड़ित को पुलिस के सरंक्षण से छुड़ाकर गाड़ी से नीचे उतार लिया, इसका आरोप भी राजद विधायक समेत सात लोगों पर लगा है। इस दौरान दुष्कर्म पीड़ित का चेहरा लोगों के बीच उजागर हो गया था। ये लोग पीड़ित से जबरन बयान लेने की कोशिश कर रहे थे। इन लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और नाबालिग पीड़ित का चेहरा आम जनता के बीच में उजागर करने का आरोप है।