बिहार स्वास्थ्य विभाग में बड़ी प्रोन्नति: 1,222 डॉक्टरों को ACP–DACP लाभ, सूची वेबसाइट पर जारी गोपालगंज में बुलडोजर एक्शन: सड़कों को कराया गया अतिक्रमण मुक्त Traffic Challan: मनमाने ढंग से काटे जा रहे ट्रैफिक चालान के खिलाफ HC में याचिका दायर, पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार से मांगा जवाब Traffic Challan: मनमाने ढंग से काटे जा रहे ट्रैफिक चालान के खिलाफ HC में याचिका दायर, पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार से मांगा जवाब Patna School News: खतरे में पटना के 67 प्राइवेट स्कूलों का रजिस्ट्रेशन, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिए जांच के दिए आदेश Patna School News: खतरे में पटना के 67 प्राइवेट स्कूलों का रजिस्ट्रेशन, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिए जांच के दिए आदेश BPSC 70वीं मेंस परीक्षा का रिजल्ट जारी, 5,401 अभ्यर्थी हुए सफल BIG BREAKING: नितिन नबीन के इस्तीफे के बाद दिलीप जायसवाल और विजय कुमार सिन्हा को मिली बड़ी जिम्मेदारी Bihar Crime News: DIG के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर ठगी, पुलिस ने साइबर क्रिमिनल को राजस्थान से किया अरेस्ट Bihar Crime News: DIG के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर ठगी, पुलिस ने साइबर क्रिमिनल को राजस्थान से किया अरेस्ट
26-Nov-2021 07:23 PM
PATNA : विजिलेंस की स्पेशल यूनिट में आज सुबह जब मंत्री जनक राम के ओएसडी और उनके करीबियों के यहां छापेमारी की तो हड़कंप मच गया। ओएसडी मृत्युंजय कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की गई, साथ ही साथ उनकी महिला मित्र पर रत्ना चटर्जी के ठिकानों पर भी विजलेंस ने नकेल कसी। छापेमारी के दौरान मंत्री के ओएसडी की महिला मित्र रत्ना चटर्जी के ठिकाने से 30 लाख कैश और लगभग 50 से 60 लाख की ज्वेलरी बरामद की गई है। आज सुबह ही ज्वेलरी और कैश की तस्वीरें जब सामने आई थी उसी वक्त लग गया था कि मामला बड़ा है लेकिन अब विजिलेंस के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि लगभग 90 लाख के कैश और ज्वेलरी भी रत्ना चटर्जी के ठिकाने से मिले हैं।
किशनगंज में सीडीपीओ के पद पर रह चुकी रत्ना चटर्जी के कटिहार स्थित ठिकाने पर आज तड़के छापेमारी शुरू हुई थी और वहां विजिलेंस की टीम को करोड़ों की चल अचल संपत्ति के बारे में जानकारी मिली है। इसके अलावा मृत्युंजय कुमार के भाई धनंजय कुमार के आवास पर भी छापेमारी की गई है धनंजय कुमार रेलवे में नौकरी करते हैं और देर शाम तक उनके आवास पर विजलेंस की टीम जांच कर रही थी। सीडीपीओ रह चुकी रत्ना और ओएसडी मृत्युंजय कुमार के बीच बेहद नज़दीकियां थी। रत्ना चटर्जी के पास कई बेनामी संपत्ति का भी पता चला है। आपको बता दें कि किशनगंज में सीडीपीओ के पद पर वह काम कर चुकी हैं। साल 2011 में विजिलेंस की टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया था। उसके बाद रत्ना चटर्जी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।
मंत्री जनक राम के ओएसडी मृत्युंजय कुमार के बारे में विजिलेंस को इनपुट मिला था। उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने के बाद आज सुबह सर्च वारंट लेकर विजिलेंस की टीम अलग-अलग ठिकानों पर पहुंची। राजधानी दिल्ली से पश्चिम बंगाल रुपए की संपत्ति के बारे में जानकारी मिली है। बिहार में बालू का जबरदस्त खेल खेला जा रहा है और इस खेल में अब तक कई बड़ी मछलियां पकड़ में आ चुकी हैं हालांकि कुछ अधिकारी ऐसे हैं जो आर्थिक अपराध की जांच के दायरे में आने के बावजूद विभाग में योगदान दे चुके हैं। फर्स्ट बिहार इस बारे में पहले ही खुलासा कर चुका है। इसके बावजूद ऐसे अधिकारियों के ऊपर सरकार कोई एक्शन नहीं ले रही हालांकि अब मंत्री के ओएसडी के ऊपर विजिलेंस का शिकंजा कसने के बाद सियासत गरमाना तय है।