गंगा रिवर फ्रंट का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया दौरा, बख्तियारपुर में कटाव निरोधक कार्य की प्रगति का किया निरीक्षण LSGvsDC: "भैया, चूना इतना ठीक है या और लगाऊं", बल्ले से फिर असफल हुए पंत तो फैंस ने कुछ ऐसे निकाली अपनी भड़ास बिहार पुलिस सेवा के 4 अधिकारियों का तबादला और अतिरिक्त प्रभार, देखिये पूरी लिस्ट.. Road Accident: 2 बाइकों की भीषण टक्कर में 3 युवकों की मौत, एक छोटी सी लापरवाही ने उजाड़े तीन परिवार बिहार में 17 IPS अधिकारियों का तबादला एवं अतिरिक्त प्रभार, देखिये पूरी लिस्ट Bihar Crime News: चर्चित प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड में दो शूटर गिरफ्तार, इतने लाख में हुई थी सेटिंग हारिये ना हालात से..ONGC में बदलते शिफ्ट की नौकरी का संघर्ष और UPSC की तैयारी, पटना के तन्मय की सफलता की कहानी Bihar Crime News: दोहरे हत्याकांड का 24 घंटे के अंदर खुलासा, परिवार के ही सदस्य ने की थी हैवानियत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला, 20 से अधिक लोगों की मौत की आशंका शादी से पहले खुला दूल्हे का राज, दुल्हन ने वरमाला से किया इनकार, बंधक बने बाराती
02-Jan-2024 08:37 AM
By First Bihar
DESK: नए साल के आगाज के साथ ही मणिपुर में एक बार फिर हिंसा की आग भड़क उठी है। साल के पहले दिन सोमवार को थौबल जिले में चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। हालात को काबू में करने के लिए राज्य में घाटी के पांच जिलों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावरों की फिलहाल पहचान नहीं हो सकी है। बताया जा रहा है कि कुछ लोग हथियारों के साथ वेश बदलकर लिलोंग चिंगजाओ क्षेत्र में पहुंचे और स्थानीय लोगों को निशाना बनाकर उनके ऊपर गोलीबारी कर दी, गोलीबारी की इस घटना में गोली लगने से चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गोलीबारी की घटना से गुस्साए लोगों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
हालात को बिगड़ता देख थौबल, इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने वीडियो संदेश जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। बता दें कि पिछले साल 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से अब तक 180 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और कई सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद रह रहकर हिंसा की घटनाएं हो रही हैं।