Job Alert: ग्रेजुएट युवाओं के पास सरकारी बैंक में नौकरी पाने का मौका, वेतन 1 लाख से भी ज्यादा.. Khagaria-Purnia Four Lane Project: खगड़िया–पूर्णिया फोरलेन परियोजना को केन्द्र से मिली मंजूरी, जानें कब शुरु होगा निर्माण कार्य? Khagaria-Purnia Four Lane Project: खगड़िया–पूर्णिया फोरलेन परियोजना को केन्द्र से मिली मंजूरी, जानें कब शुरु होगा निर्माण कार्य? Train Reservation Chart Timing: रेल यात्रियों को बड़ी राहत, रेलवे ने बदल दिया यह पुराना नियम; जानिए.. Train Reservation Chart Timing: रेल यात्रियों को बड़ी राहत, रेलवे ने बदल दिया यह पुराना नियम; जानिए.. बिहार में फर्जीवाडे़ का बड़ा मामला! जन्म से पहले बच्ची का करा दिया करोड़ों का बीमा; लड़की की मौत बताकर किया 1.38 करोड़ का क्लेम बिहार पुलिस को खुली चुनौती: प्रसिद्ध थावे मंदिर में चोरी के बाद चोरों ने छपरा के प्राचीन धर्मनाथ मंदिर को बनाया निशाना बिहार पुलिस को खुली चुनौती: प्रसिद्ध थावे मंदिर में चोरी के बाद चोरों ने छपरा के प्राचीन धर्मनाथ मंदिर को बनाया निशाना Bihar Crime News: शादी के छह महीने बाद नवविवाहिता की संदिग्ध मौत, फंदे से लटका मिला शव; परिजनों ने हत्या का लगाया आरोप Bihar Politics: RJD नेता मनोज झा ने सांसदों को लिखा पत्र, सभी MP से की यह खास अपील; जानिए.. पूरा मामला
20-Mar-2024 05:22 PM
By First Bihar
ARA: लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद बिहार में एक बार फिर अध्यात्म की धारा बहेगी। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भोजपुर के उदवंतनगर आएंगे। 10 जून को उदवंतनगर में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दिव्य दरबार लगेगा। कार्यक्रम को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। आयोजन समिति इस कार्यक्रम को लेकर तैयारी में जुट गई है।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आगमन को लेकर तिथि तय हो चुकी है और उन्होंने कार्यक्रम के लिए हामी भी भर दी है। कार्यक्रम की शुरुआत 9 जून से हो जाएगी। पहले दिन कलश यात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद 10 से 12 जून कर हनुमत कथा का आयोजन होगा। इस बीच दो दिन बागेश्वर बाबा का दिव्य दरबार भी सजेगा। पिछले साल से ही उदवंतनगर में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कार्यक्रम होना था लेकिन तिथि निर्धारित नहीं हो पा रही थी लेकिन अब 10 जून की तारीख तय कर ली गई है।
बता दें कि पहली बार पटना के तरेत में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कार्यक्रम हुआ था, जिसमें लाखों लोगों ने भाग लिया था। उनके आगमन को लेकर बिहार की सियासत खूब गरमाई थी। पिछले साल अक्टूबर महीने में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री तीन दिवसीय प्रवास पर मोक्ष नगरी गया पहुंचे थे। गया में पितृपक्ष मेला के कारण उन्हें हनुमत कथा करने की अनुमति नहीं मिली थी। जिसके बाद वे जिस रिसॉट में ठहरे थे वहीं दिव्य दरबार लगा दिया था।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आने की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में उनके भक्त गयाजी पहुंचे थे। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने हनुमत कथा तो नहीं की लेकिन अपने भक्तों के पितरों का पिंडदान जरूर करवाया था। उनके मार्गदर्शन में सैकड़ों लोगों ने पितरों के मोक्ष के लिए पिंडदान किया था। इस दौरान देर रात तक रिसॉर्ट के हॉल में बनाए गए कार्यक्रम स्थल पर धीरेंद्र शास्त्री ने प्रवचन किया, जिसे खास श्रद्धालुओं ने सुना था।