ब्रेकिंग न्यूज़

Patna Crime News: पटना में अंतरराज्यीय साइबर फ्रॉड गिरोह का पर्दाफाश, लॉटरी के नाम पर ठगी करने वाले 4 शातिर अरेस्ट Patna Crime News: पटना में अंतरराज्यीय साइबर फ्रॉड गिरोह का पर्दाफाश, लॉटरी के नाम पर ठगी करने वाले 4 शातिर अरेस्ट गया में 5 साल से पाला गया लैब्राडोर डॉग ब्रूनो लापता, सदमे में पूरा परिवार, किया ईनाम की घोषणा Bihar Bhumi: बिहार में बढ़ने जा रहा जमीन रजिस्ट्री का सरकारी रेट, ऐसे तय होगा मार्केट वैल्यू, जानिए.. Bihar Bhumi: बिहार में बढ़ने जा रहा जमीन रजिस्ट्री का सरकारी रेट, ऐसे तय होगा मार्केट वैल्यू, जानिए.. BIHAR: SC/ST पर्चाधारियों को मिलेगा जमीन पर कब्जा, बेदखली करने वालों पर सख्त कार्रवाई: ऑपरेशन भूमि दखल देहानी की शुरुआत Old Pension Scheme : केंद्र सरकार ने साफ किया 8वें वेतन आयोग में वापस होगी ओल्ड पेंशन स्कीम या नहीं, जानिए क्या है सरकार की योजना Bihar Ration Card Online: अब नहीं लगाने होंगे सरकारी दफ्तरों के चक्कर, घर बैठे बनेगा राशन कार्ड; जानिए.. पूरी प्रक्रिया Bihar Ration Card Online: अब नहीं लगाने होंगे सरकारी दफ्तरों के चक्कर, घर बैठे बनेगा राशन कार्ड; जानिए.. पूरी प्रक्रिया कटिहार में भारतीय सेना के शहीद हवलदार उत्तम कुमार मंडल को दी गई अंतिम सलामी, भारत माता के जयकारों से गूंज उठा पूरा इलाका

बिहार : लॉकडाउन में पति हुआ बेरोजगार, तो महिला ने हाथ में उठाई कैंची, आत्मनिर्भर बन घर को संभाला

बिहार : लॉकडाउन में पति हुआ बेरोजगार, तो महिला ने हाथ में उठाई कैंची, आत्मनिर्भर बन घर को संभाला

02-Jun-2020 12:24 PM

By SAURABH KUMAR

SITAMARHI : सीतामढ़ी में एक महिला ने लॉकडाउन के दौरान सामाजिक बंधन को तोड़ और लोक लाज को छोड़कर हाथ में कैंची और अस्तूरा थाम लिया. पुरुष प्रधान समाज में किसी महिला के पुरुष को हजामत बनाने की बात हर किसी को थोड़ी लोक लाज और शर्मिंदगी भरी लगे, लेकिन सीतामढ़ी जिले के बाजपट्टी प्रखंड के बसौल गांव की सुखचैन देवी ने यह काम बखूबी करना शुरू कर दिया है. 

आज इस काम को सुखचैन देवी गर्व से कर रही है और अपने बच्चों को पाल रही है. सुखचैन देवी के पति लॉकडाउन के दौरान जब बेरोजगार हो गया तब उसके सामने बच्चों के पालने का संकट आन पड़ा. बच्चों को भूख से तड़पता देख सुखचैन देवी ने समाजिक सीमाओं को लांघ कर हाथ में अस्तूरा और कैंची थाम लिया और आज आत्मनिर्भर बन अपने बच्चों का पेट पाल रही है. 

लोगों का हजामत करने वाली 35 साल की सुखचैन देवी ने बताया कि वह पहले से हजामत करने का कला जानती थी. लेकिन कभी उसने इस काम को नहीं किया. उसके पति रमेश ठाकूर पंजाब में रहकर बिजली मिस्त्री का काम करते थे और ये यहां गांव में परिवार के साथ रहकर बच्चों को पालती थी. पर कोरोना संकट के इस काल में उसके पति की नौकरी छूट गई और वह बेरोजगार हो गया. पति पंजाब में ही फंस गए और यहां घर में बच्चों के खाने के लिए भी कुछ नहीं रहा. अभाव के कारण सुखचैन देवी ने अपने परिवार का जिम्मा खुद उठाने की ठानी और सामाजिक ताने-बाने को ताक पर रखकर हाथ में कैंची-अस्तूरा थाम लिया और घर-घर जाकर पुरुषों के बाल और दाढ़ी बनाने लगी. अब सुखचैन देवी बाल -दाढ़ी बना कर रोज 200 से 300 रुपये तक कमा लेती है औऱ अरने परिवार और बच्चों को पाल रही है.