Ayush Mhatre: आयुष म्हात्रे ने पहले ही मैच में तोड़ा 18 साल पुराना रिकॉर्ड, विस्फोटक बल्लेबाजी देख फैंस बोले “इसे अब तक बचाकर क्यों रखा था” बेतिया में ग्रामीणों का इंसाफ: गांव की लड़की से छेड़खानी करने वाले 2 मनचलों को जमकर पीटा, चेहरे पर कालिख लगाकर चप्पल से पिटाई का Video Viral Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई गैंग में धड़ल्ले से हो रही युवाओं की भर्ती, चुनौती से निपटने के लिए पुलिस ने तैयार किया मास्टरप्लान वर्दी का ख्वाब साकार कर रहे हैं अजय सिंह, फिजिकल की तैयारी के लिए युवाओं को दे रहे हाई जम्पिंग गद्दा कर्नाटक में पूर्व DGP की हत्या, पत्नी पर लगा संगीन आरोप, बिहार के रहने वाले थे ओम प्रकाश PBKSvsRCB: पंजाब किंग्स पर जीत के साथ विराट कोहली ने तोड़ डाला धोनी का यह बड़ा रिकॉर्ड, अब रोहित शर्मा की बारी Bihar News: चुनावी साल में केंद्र सरकार ने खोला खजाना, बिहार के लिए बनाया विकास का यह मेगा प्लान; जानिए.. Bihar News: एक गलती और कई दुकानें राख में तब्दील, लाखों की संपत्ति स्वाहा, कहीं आप भी तो नहीं करते यह भूल? मुंगेर में 5 मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार बनाते 3 कारीगर गिरफ्तार Bihar Crime: शराब तस्करों का पीछा करने के दौरान पुलिस की गाड़ी पलटी, 2 पुलिसकर्मी घायल, तस्कर गिरफ्तार
31-Mar-2020 01:17 PM
DESK: लॉकडाउन में जब रोजी और रोटी पर संकट आया तो दिल्ली में रिक्शा चलाकर जीवन यापन करने वाले लालू और धनंजय ने दिल्ली छोड़ने का फैसला कर लिया. लेकिन घर आने के लिए कोई गाड़ी नहीं चल रहा था. फिर दोनों रिक्शा से खगड़िया के लिए निकल गए हैं. दोनों रिश्ते में चाचा और भतीजे हैं. दोनों ही दिल्ली में रिक्शा चलाते थे.
5 दिन में चले 900 किमी
लालू और धनंजय 5 दिनों तक रिक्शा चलाकर 900 किमी की दूरी तय कर मंगलवार को यूपी के चंदौली पहुंचे. जब लालू थकते हैं तो धनंजय रिक्शा चलाते हैं. इस तरह से दोनों दिल्ली से खगड़िया अपने गांव आ रहे हैं. फिर भी उनको लोगों को अभी 350 किमी और चलना है. दोनों कहते हैं कि जब 900 किमी तक सफर तय कर लिए तो आगे भी चलते जाएंगे.
कई सालों से रह थे दिल्ली
दोनों कमाने को लेकर कई सालों से दिल्ली में रह रहे थे.जिसके बाद दोनों रिक्शा चलाने लगे. यही रिक्शा होने का दिल्ली में कमाने का जरिया था. लेकिन लॉकडाउन ने दिल्ली को लॉक कर दिया. जिसके बाद इनकी कमाई बंद हो गई. तब मजबूरन दिल्ली छोड़ने को मजबूर हो गए. बता दें कि इससे पहले मोतिहारी के शख्स भी दिल्ली से रिक्शा चलाते हुए मोतिहारी पहुंचा था. उसकी भी दिल्ली छोड़ने की यही कहानी थी. लॉकडाउन के बाद से हजारों बिहार के रहने वाले लोग पैदल ही आ रहे हैं. दिल्ली के अलावे पश्चिम बंगाल और झारखंड से भी हजारों मजदूर पैदल ही अपने गांव पहुंच चुके हैं.